केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की बढ़ी मुश्किलें, राहुल के खिलाफ बयान देने पर बेंगलुरु में FIR दर्ज

Ravneet Singh Bittu
ANI
अंकित सिंह । Sep 19 2024 5:18PM

यह मामला कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक पदाधिकारी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यहां हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बयान देने पर कांग्रेस नेताओं की शिकायत पर बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। यह मामला कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक पदाधिकारी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यहां हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

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भारत में सिखों की स्थिति के बारे में बयानों को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता पर हमला करते हुए रेल राज्य मंत्री ने रविवार को कहा कि अगर 'बम बनाने वाले' उनका समर्थन कर रहे हैं, तो वह 'नंबर एक आतंकवादी' हैं। कांग्रेस ने बयान की निंदा करते हुए कहा था कि बिट्टू 'बेवकूफ आदमी की तरह' बात कर रहे हैं। कांग्रेस लगातार रवनीत सिंह बिट्टू से माफी की मांग कर रही है। रवनीत सिंह बिट्टू इससे इनकार कर रहे हैं। वह कांग्रेस को चुनौती भी दे रहे हैं।

एक बयान में रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष हैं जिन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह गांधी की टिप्पणियों से सहमत हैं। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि मुझे क्यों माफी मांगनी चाहिए? हमने पंजाब में अपनी पीढ़ियाँ खो दी हैं। गांधी परिवार ने पंजाब को जला दिया। उनकी (गांधी परिवार की) गलतियों के कारण पंजाब में जो आतंकवाद पैदा हुआ, उसे ठीक करने में 35,000 लोगों की जान चली गई, यहां तक ​​कि मुख्यमंत्री को भी अपनी जान देनी पड़ी। 

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बिट्टू ने आगे कहा कि मैं अपना बयान उसी दिन वापस ले लूंगा जब आपको कोई सिख मिलेगा जो कहेगा कि उसे पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं थी, या उसे कड़ा (सिख कंगन) पहनने की इजाजत नहीं थी, या या कि उन्हें गुरुद्वारे में जाने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि मेरा दर्द एक सिख के तौर पर है। मैं मंत्री बाद में हूं, पहले एक सिख हूं। अगर गुरपतवंत सिंह पन्नू, जो आतंकवादी है और खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह चाहता है, और राहुल गांधी की भाषा एक ही है - तो आप क्या कहेंगे?

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