देश में सक्रिय मामलों में हुई कमी, अब भी 24 राज्यों में संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक: सरकार
वर्तमान में 11 राज्यों में एक लाख से ज्यादा उपचाराधीन मरीज हैं, आठ राज्यों में 50,000 से एक लाख के बीच इलाजरत रोगी हैं। सरकार की ओर से कहा गया कि देश के 24 राज्यों में कोविड-19 की संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है।
कोरोना वायरस को लेकर आज सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के 85 प्रतिशत मामले 10 राज्यों से आए हैं। वर्तमान में 11 राज्यों में एक लाख से ज्यादा उपचाराधीन मरीज हैं, आठ राज्यों में 50,000 से एक लाख के बीच इलाजरत रोगी हैं। सरकार की ओर से कहा गया कि देश के 24 राज्यों में कोविड-19 की संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है। Our containment efforts are working. Overall positivity rate in India, which stood at 21.9% last week has now fallen to 19.8%. Delhi, Chhattisgarh, Daman & Diu, Haryana and Madhya Pradesh have reported a major drop in case positivity: Lav Aggarwal, Union Health Ministry pic.twitter.com/1Fkhq55iu5
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक लव अग्रवाल ने कहा कि देश में सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है। 3 मई को रिकवरी रेट 81.3% थी जिसके बाद रिकवरी में सुधार हुआ है।अब रिकवरी रेट 83.83% है। 75% मामले 10 राज्यों से आ रहे हैं और कुल सक्रिय मामलों का 80% सिर्फ 12 राज्यों में है। देश में 11 राज्य ऐसे हैं जहां 1 लाख से भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 8 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। 17 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से भी कम सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है।
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लव अग्रवाल ने बताया कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात जहां कोविड मामले काफी ज्यादा है, यहां पिछले 1 सप्ताह में सक्रिय मामलों में कमी आई है। तमिलनाडु में पिछले 1 सप्ताह में सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी हुई है। देश में 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। 5-15% पॉजिटिविटी रेट 10 में है। 5% से कम पॉजिटिविटी रेट 3 में है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 1 सप्ताह में 18 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश पॉजिटिविटी रेट कम हुई है। देशभर में पॉजिटिविटी रेट जो 21.9% थी, वो अब 19.8% रह गई है।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति कुल मिलाकर स्थिर हो रही है : सरकार
नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने शनिवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति कुल मिलाकर स्थिर हो रही है तथा सरकार इसे आगे और स्थिर करने की दिशा में काम करेगी। शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में कोविड-19 के कुल मामलों में से 85 प्रतिशत मामले 10 राज्यों से हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 11 राज्यों में संक्रमण के एक-एक लाख से अधिक उपचाराधीन मामले हैं, जबकि आठ राज्यों में 50 हजार से एक लाख के बीच तथा 17 राज्यों में पचास-पचास हजार से कम उपाचराधीन रोगी हैं। इसने यह भी कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में संक्रमण के रिकॉर्ड संख्या में मामले सामने आ रहे हैं तथा इन राज्यों में उपचाराधीन रोगियों की संख्या में भी कमी आ रही है। मंत्रालय ने कहा कि 24 राज्यों में संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है और दिल्ली, छत्तीसगढ़, दमन और दीव, हरियाणा तथा मध्य प्रदेश में संक्रमण दर में काफी कमी आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में महामारी के 3,26,098 नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,43,72,907 हो गई है।
इसके साथ ही देश में महामारी से 3,890 और लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों की कुल संख्या 2,66,207 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर अब 36,73,802 रह गई है, जो कुल मामलों का 15.07 प्रतिशत है। लोगों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 83.83 प्रतिशत हो गई है। पॉल ने कहा, ‘‘यह इस बात का साक्ष्य है कि हम महामारी की दूसरी लहर में कुछ हद तक ठहराव देख सकते हैं। कुछ राज्यों में साफ तस्वीर दिखी है, कुछ राज्यों में चिंताएं हैं और कुछ राज्यों में वृद्धि हो रही है। यह एक मिश्रित तस्वीर है। लेकिन कुल मिलाकर स्थिति स्थिर हो रही है और हम उम्मीद करते हैं तथा हम यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करेंगे कि महामारी आगे और स्थिर हो तथा मामलों में तेजी से कमी आए।’’ स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक कोविड रोधी टीके की कुल 18.04करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। इसमें 45 साल से अधिक आयु के 12.74करोड़ लोग, 1.62करोड़ स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम पंक्ति के 2.25 करोड़ कर्मी और 18-44 आयु समूह के 42.59लाख लोग शामिल हैं। अग्रवाल ने यह भी कहा कि महामारी की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास फलीभूत हो रहे हैं तथा जो संक्रमण दर पिछले सप्ताह 21.9प्रतिशत थी, अब कम होकर 19.8प्रतिशत रह गई है। उन्होंने ‘ई संजीवनी ओपीडी’ के बारे में भी बात की जो देश के लोगों को नि:शुल्क ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श और दवाएं बताने वाला टेलीमेडिसिन मंच है।
अग्रवाल ने कहा कि ‘स्टे होम ओपीडी’ 28 राज्यों में काम कर रही है और इसके जरिए अब तक 17,000 से अधिक डॉक्टर 30,000से अधिक परामर्श उपलब्ध करा चुके हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ (काले कवक के संक्रमण) को लेकर आगाह किया और कहा कि जब कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं तो अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण उपायों को अपनाना अत्यंत महत्वूपर्ण हो जाता है। गुलेरिया ने कहा कि ऐसा देखा गया है कि कवक और जीवाणु जैसे द्वितीयक संक्रमण की वजह से अधिक मौतें हो रही हैं। कोविड-19 की वजह से व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण, खासकर मधुमेह रोगियों में देश में हाल में ‘म्यूकोरमाइकोसिस’के कई मामले सामने आए हैं।
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