मजबूत लोकतंत्र के लिए मताधिकार में विवेक और दायित्व भावना जरूरी- मिश्र

Kalraj Mishra

मिश्र ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण में जोड़े गए 20 लाख से अधिक नव मतदाताओं में से 95 प्रतिशत से अधिक ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जोड़े गए हैं।

जयपुर| राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने नागरिकों से आह्वान किया है कि मजबूत लोकतंत्र के लिए उन्हें अपने मत का प्रयोग पूरे विवेक और दायित्व भावना के साथ करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में एक मत योग्य जनप्रतिनिधि चुन सकता है,जबकि बिना सोच-समझ कर प्रयोग किया गया मत अयोग्य का भी चयन कर सकता है।

वह 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के राज्यस्तरीय समारोह में मंगलवार को यहां राजभवन से ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मतदान के जरिए ऐसे जनप्रतिनिधियों को चुना जाना चाहिए जो देश को विकास और प्रगति के पथ पर आगे ले जा सकें।

मिश्र ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण में जोड़े गए 20 लाख से अधिक नव मतदाताओं में से 95 प्रतिशत से अधिक ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जोड़े गए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि वर्ष में चार बार मतदाता पंजीकरण की नई व्यवस्था का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए ताकि युवा 18 वर्ष की आयु प्राप्त करते ही अपना पंजीयन करा सकें। राज्य निर्वाचन आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने कहा कि वर्ष 1951-52 में देश में लोकसभा चुनाव में कुल मतदाता 17 करोड़ 32 लाख थे, जो वर्ष 2019 में बढ़कर 91 करोड़ 20 लाख से अधिक हो गए।

उन्होंने कहा कि पहले लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 44.8 प्रतिशत था, जो वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में 67 प्रतिशत पर पहुंच गया। कार्यक्रम के दौरान नई पहल के रूप में बहुरंगी लिफाफे में ईपिक किट भेजने की नई व्यवस्था की शुरुआत भी जयपुर जिले के मालवीय नगर एवं बस्सी विधानसभा क्षेत्र से की गई।

यह व्यवस्था आगे पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी। जयपुर के जिला निर्वाचक अधिकारी एवं जिलाधिकारी राजन विशाल ने डाकघर वरिष्ठ अधीक्षक प्रियंका गुप्ता को बहुरंगी लिफाफा सौंप कर इसकी शुरुआत की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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