जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण से सरदार पटेल का सपना पूरा हुआ: खट्टर
सरदार पटेल की जयंती को हर साल ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद पर दोबारा शपथ लेने वाले खट्टर ने कहा कि पटेल की 560 रियासतों का एकीकरण कर उन्हें भारतीय संघ में परिवर्तित करने में बहुत बड़ा योगदान है।
चंडीगढ़। देश के एकीकरण में सरदार पटेल के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर का भारत के संघ में पूर्ण एकीकरण कर उनके सपने को पूरा किया है। पंचकूला में सरदार पटेल की 144वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने देश के पहले गृहमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। सरदार पटेल की जयंती को हर साल ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद पर दोबारा शपथ लेने वाले खट्टर ने कहा कि पटेल की 560 रियासतों का एकीकरण कर उन्हें भारतीय संघ में परिवर्तित करने में बहुत बड़ा योगदान है।
खट्टर ने कहा, ‘‘ देश की एकता और अखंडता में उन्होंने महान कार्य किया। आजादी के समय देश 550 से अधिक रिसायतों में बंटा हुआ था। सरदार पटेल ने 562 रिसायतों का एकीकरण किया जिसका उदाहरण दुनिया में कही नहीं मिलता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस समय केवल तीन रिसायत बच गयी थे लेकिन उनकी कोशिश से हैदराबाद और जूनागढ़ का एकीकरण हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह खुशी का विषय है कि जम्मू-कश्मीर जो पिछले 70 साल से भारत के संघ में पूर्ण तरीके से शामिल नहीं था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को हटाकर इस बचे हुए कार्य को पूरा किया। सरदार पटेल का सपना पूरा हुआ।’’ इस मौके पर खट्टर ने वहां मौजूद बच्चों को राष्ट्रीय एकता को बचाए रखने की शपथ भी दिलायी।
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वहीं गुरुग्राम में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सरदार पटेल की रिसायतों के एकीकरण में भूमिका का उल्लेख किया। जननायक जनता पार्टी के नेता चौटाला ने कहा, ‘‘हमें खासतौर पर युवाओं को सरदार पटेल से प्रेरणा लेनी चाहिए। युवा इस देश के भविष्य हैं और उन्हें इस देश की एकता, अखंडता एवं सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। हमें स्वतंत्रता सेनानियों जिन्होंने इस देश को बनाया उनकी कुर्बानी को याद करना चाहिए।’’ खट्टर और चौटाला ने क्रमश: पंचकूला और गुरुग्राम में आयोजित ‘एकता दौड़’ में भी हिस्सा लिया। इसी तरह के कार्यक्रम हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित किए गए। चंडीगढ़ में भी ‘एकता दौड़’ आयोजित की गयी जिसको पंजाब के राज्यपाल एवं केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने सुखना झील के पास हरी झंडी दिखायी।
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