चिमटे से भी जनमत के खिलाफ सत्ता को हाथ न लगाने वाले शिवराज सिंह ने साजिश कर गिराई कांग्रेस की कमलनाथ सरकार- जीतू पटवारी

Jeetu Patwari
दिनेश शुक्ल । Oct 16 2020 11:22PM

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि सच बरबस ही जुबान पर आ ही जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिमनी और जौरा की चुनावी सभा में इस बात को स्वीकार कर लिया कि उन्होंने प्रदेश में अच्छी भली चल रही कमलनाथ सरकार को गद्दरों से मिलीभगत कर साज़िश कर गिराया है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में जनादेश के खिलाफ चिमटे से भी सत्ता को न छूने की बात कहने वाले शिवराज सिंह चौहान जी ने साज़िश कर प्रदेश की जनता द्वारा संवैधानिक रूप से चुनी गई सरकार को गिरा दिया। शिवराज जी ने दिमनी और गोहद की चुनावी सभा में खुद यह बात स्वीकार की है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि सच बरबस ही जुबान पर आ ही जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिमनी और जौरा की चुनावी सभा में इस बात को स्वीकार कर लिया कि उन्होंने प्रदेश में अच्छी भली चल रही कमलनाथ सरकार को गद्दरों से मिलीभगत कर साज़िश कर गिराया है। 

 

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पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बिना जनादेश के मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान ने दिमनी के जीगनी में यह कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद हमने सिर्फ आंदोलन करने की सोची थी लेकिन असंतुष्टता देखते हुए उन्होंने गिर्राज दंडौतिया से कहा कि, कहा फंसे हो हमारे साथ आओ सरकार गिरा दो। तो दूसरी ओर गौहद के मालनपुर में रणवीर जाटव का किस्सा सुनाया कि जाटव ने किस तरह अपनी माँ समान पार्टी से गद्दारी की और भाजपा की साज़िश में भागीदारी की। जीतू पटवारी ने कहा कि शिवराज जी आप तो कहते नहीं थकते थे कि बिना जनादेश की सत्ता को आप चिमटे से भी नहीं छुएगें तो फिर ऐसा क्या हुआ कि आपने साजिश कर कांग्रेस की जनादेश वाली सरकार गैर संवैधानिक तरीके से पीछे के रास्ते से गिराकर सत्ता हथिया ली। 

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पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान का भी जबाब दिया जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के स्थानीय और बहारी होने की बात कही थी। जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ जी का नाड़ा मध्य प्रदेश में 1980 से ही गढ़ा है, जब वह पहली बार प्रदेश के उस आदिवासी अंचल छिंदवाड़ा से चुनाव जीतकर संसद पहुँचे थे। उन्होंने कभी अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को अकेला नहीं छोड़ा, हर दुःख दर्द और हर समय उनके साथ खड़े रहे। कमलनाथ जी ने उसी छिंदवाड़ा को मॉडल बना दिया जहाँ लोग जाने में परहेज करते थे। लेकिन आपका नाड़ा तो बुधनी विधानसभा में गढ़ा है। आपने पिछले 15 सालों में किस मॉडल पर काम किया है जो आप कमलनाथ जी के बाहरी और खुद को स्थानीय होने की बात कहते है। प्रदेश की जनता के सामने आपने यह स्वीकार कर यह साबित कर दिया कि आपने और आपकी पार्टी ने किस तरह जनादेश का मजाक उड़ाकर असंवैधानकि तरीके से सरकार गिराई। जिसके चलते प्रदेश को एक और चुनाव में जाना पड़ा है। लेकिन आप यह ध्यान रखे यह धर्म युद्ध है यहाँ जीत सत्य की ही होगी और कांग्रेस को जनता का मत एक बार फिर मिलेगा। 

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