संसद की साल में 100 दिन बैठक सुझाव का समर्थन,इस दौरान विधेयकों पर चर्चा भी हो: रमेश

Jairam Ramesh

रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू कहते हैं कि संसद को वर्ष में कम से कम 100 दिन और राज्य विधानसभाओं की बैठक वर्ष में कम से कम 90 दिनों के लिए होनी चाहिए।मैं इसका पूरा समर्थन करता हूं।संसद की न केवल बैठक होनी चाहिए, बल्कि विधेयकों पर चर्चा विस्तार से और गहराई से होनी चाहिए।

नयी दिल्ली| राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि वह उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के इस सुझाव का समर्थन करते हैं कि संसद की बैठक वर्ष में 100 दिन होनी चाहिए।

रमेश ने साथ ही कहा कि संसद को प्रमुख विधेयकों पर विस्तार से चर्चा भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद में मुद्दों पर गहराई से चर्चा होनी चाहिए।

रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू कहते हैं कि संसद को वर्ष में कम से कम 100 दिन और राज्य विधानसभाओं की बैठक वर्ष में कम से कम 90 दिनों के लिए होनी चाहिए।मैं इसका पूरा समर्थन करता हूं। संसद की न केवल बैठक होनी चाहिए, बल्कि विधेयकों पर चर्चा विस्तार से और गहराई से होनी चाहिए। उम्मीद करते हैं कि वह इसे हकीकत बनायें।’’

कांग्रेस नेता संसद में बिना चर्चा और जांच पड़ताल के प्रमुख विधेयकों के पारित कराने की आलोचना करते रहे हैं।

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति नायडू ने शनिवार को सुझाव दिया था कि संसद को हर साल कम से कम 100 दिन और राज्य विधानसभाओं को कम से कम 90 दिन बैठक करनी चाहिए।

उन्होंने कहा था कि इस विषय पर एक राजनीतिक आम सहमति होनी चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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