पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ठाणे के इंजीनियर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

Mumbai Police
ANI

पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि वर्मा ने जानबूझकर कई बार संवेदनशील जानकारी साझा की। एटीएस ने दावा किया कि जानकारी के बदले में वर्मा को भारत और विदेशों के विभिन्न बैंक खातों से पैसे मिले।

महाराष्ट्र में ठाणे की एक अदालत ने जासूसी करने और युद्धपोतों व पनडुब्बियों के बारे में पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किये गये मैकेनिकल इंजीनियर रविंद्र वर्मा को बृहस्पतिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

वर्मा(27) को पिछले सप्ताह आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया था। वर्मा, रक्षा प्रौद्योगिकी से जुड़ी एक कंपनी में काम करता था। वर्मा, ठाणे के कलवा का निवासी है और उसे उसकी रिमांड अवधि समाप्त होने पर बृहस्पतिवार को जिले की एक अदालत में पेश किया गया।

वर्मा के वकील राजहंस गिरासे ने बताया कि पुलिस ने हिरासत में देने के लिए आग्रह नहीं किया और अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एटीएस ने पहले आरोप लगाया था कि वर्मा ने स्केच, चित्र व ऑडियो संदेशों के माध्यम से युद्धपोतों और पनडुब्बियों के बारे में संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के आकाओं को दी और बदले में भारत व विदेशों में विभिन्न बैंक खातों से पैसे प्राप्त किए।

पुलिस के अनुसार, ‘फेसबुक’ पर एक पाकिस्तानी एजेंट द्वारा मोहपाश में फंसाए जाने के बाद वर्मा को गोपनीय जानकारी देने का लालच दिया गया था। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि वर्मा ने जानबूझकर कई बार संवेदनशील जानकारी साझा की। एटीएस ने दावा किया कि जानकारी के बदले में वर्मा को भारत और विदेशों के विभिन्न बैंक खातों से पैसे मिले।

वर्मा, रक्षा प्रौद्योगिकी से जुड़ी एक कंपनी में काम करता था इसलिए दक्षिण मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड तक उसकी पहुंच थी। वह नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों पर भी जाता था। एटीएस को संदेह है कि उसने पाकिस्तानी एजेंटों को पनडुब्बियों और युद्धपोतों के नाम भी बताए थे।

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