युवकों के वाहनों पर झंडे उतारने के मामले को गलत तरीके से पेश किया गया जय राम ठाकुर

Jai Ram Thakur

हिमाचल के अधिकारियों की पंजाब के अधिकारियों से बात भी हुई है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है और पंजाब सरकार से भी गंभीरता और कानून के अनुसार कार्रवाई की अपेक्षा है। सीएम ने इस मुद्दे को हवा देने के पीछे शरारती तत्वों का हाथ बताया और कहा कि ऐसे लोग माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे ह।

शिमला। हिमाचल प्रदेश में पंजाब से आये कुछ युवकों की ओर अपने वाहनों में झंडे लगाने के मामले में विवाद गहराता जा रहा है। एक ओर सिक्खों की धार्मिक संस्था एसजीपीसी ने भी हिमाचल पुलिस की कार्यवाही का विरोध किया है। तो दूसरी ओर विवाद पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मामले को अधिकारिक स्तर पर पंजाब के समक्ष उठाने की बात कही है। 

 

हिमाचल के अधिकारियों की पंजाब के अधिकारियों से बात भी हुई है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है और पंजाब सरकार से भी गंभीरता और कानून के अनुसार कार्रवाई की अपेक्षा है। सीएम ने इस मुद्दे को हवा देने के पीछे शरारती तत्वों का हाथ बताया और कहा कि ऐसे लोग माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे ह। उन्होंने कहा कि इस पर मुख्य सचिव को भी आदेश दिए गए हैं कि वो पंजाब सरकार के साथ बातचीत करें।

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दरअसल, कुछ रोज पहले ऊना, मंडी और कुल्लू में पंजाब से कुछ युवा अपने वाहनों में प्रतिबंधित झंडे अपने वाहनों में लगाकर आए थे, जिस पर पुलिस की ओर से मोटर वाहन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। उसके बाद हिमाचल में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ पंजाब के किरतपुर में हिमाचल से आने वाले वाहनों को रोकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में हिमाचल पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं के वाहनों से धार्मिक झंडों को उतारने के विरोध स्वरूप हिमाचल प्रदेश से आ रहे वाहनों को रोकते हुए देखा जा सकता ह। ये भी जानकारी निकल कर आई थी कि पंजाब से आए ये युवक कुछ पोस्टर भी लेकर आए थ।

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मामले में पंजाब पुलिस के एसएसपी रोपड़ ने हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी की एसपी शालिनी अग्निहोत्री से भी बात की थी। दोनों अधिकारियों की बातचीत से पता चला कि पंजाब से आए युवकों को रोकने को लेकर सोशल मीडिया में गलत जानकारी दी गई थी, ये फैलाया जा रहा था कि धर्म का अनादर किया गया. ये कन्फ्यूजन दूर होने के बाद इस विवाद को दोनों राज्यों की पुलिस ने सुलझा लिया था, लेकिन अब भी दबी जुबान से आवाजें उठ रही हैं।

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इस बाबत मंडी की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा था कि देवभूमि में पर्यटकों का हमेशा स्वागत किया जाता है, लेकिन सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रदेश में सिख धर्म के धार्मिक चिन्ह का अनादर करने की गलत जानकारी सांझा की जा रही है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और इस प्रकार से किसी धर्म का अनादर प्रदेश में नहीं किया गया ह।  शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है और नियमों की अवेहलना करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।

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