समिति ने छह अक्टूबर को गोरेगांव की इमारत में लगी आग की घटना पर अपनी रिपोर्ट सौंपी

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उत्तर-पश्चिमी उपनगर के उन्नत नगर इलाके में जय भवानी एसआरए सहकारी आवासीय सोसाइटी में आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई थी और 51 घायल हुए। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि रिपोर्ट को चहल ने स्वीकार कर लिया है, जिसमें समिति ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए 15 उपाय प्रस्तावित किए हैं।

मुंबई के गोरेगांव स्थित झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) की इमारत में छह अक्टूबर को लगी आग की घटना की जांच के लिए नियुक्त आठ सदस्यीय समिति ने सोमवार को बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के प्रमुख आई.एस. चहल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उत्तर-पश्चिमी उपनगर के उन्नत नगर इलाके में जय भवानी एसआरए सहकारी आवासीय सोसाइटी में आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई थी और 51 घायल हुए। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि रिपोर्ट को चहल ने स्वीकार कर लिया है, जिसमें समिति ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए 15 उपाय प्रस्तावित किए हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘समिति ने हर साल जून में 227 इमारतों का नियमित अग्नि संबंधी ऑडिट कराने का सुझाव दिया है। नवनिर्मित एसआरए भवनों के लिए प्रमाण पत्र जारी करते समय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी को पहले अग्नि सुरक्षा उपकरण और उपायों के क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का प्रमाण पत्र जारी करना चाहिए।’’

विज्ञप्ति के अनुसार, समिति ने एसआरए भवनों में निवासियों के लिए दोपहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग के पर्याप्त आवंटन का भी सुझाव दिया है।

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