नए सीबीआई प्रमुख के चयन की प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए: कांग्रेस
आलोक वर्मा को इस पद से हटाए जाने और उन्हें अग्निशमन सेवाओं का महानिदेशक बनाए जाने के बाद से सीबीआई निदेशक का पद खाली है। आईपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेश बनाया गया है।
नयी दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अगले निदेशक के चयन के लिए 24 जनवरी को प्रस्तावित उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक से पहले मंगलवार को कांग्रेस ने कहा कि नए सीबीआई प्रमुख को चुनने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए तथा चयन का आधार योग्यता एवं वरिष्ठता होना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस की राय स्पष्ट है। सीबीआई निदेशक का पद बहुत ही महत्वपूर्ण और संवेदनशील पद है। मोदी जी और भाजपा ने सीबीआई नामक संस्था को बर्बाद कर दिया है।’’
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— Congress Live (@INCIndiaLive) January 22, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘ अब एक मौका है कि जो नुकसान हुआ है, उसे ठीक किया जाए। इसलिए जो नए सीबीआई निदेशक के चयन की प्रक्रिया है, वो पारदर्शी होनी चाहिए। मैरिट, योग्यता और वरिष्ठता को ध्यान में रखकर सीबीआई का नया निदेशक चुना जाना चाहिए।’’ गौरतलब है कि सीबीआई के नए निदेशक की नियुक्ति के लिए उच्चाधिकार प्राप्त चयन समिति की बैठक 24 जनवरी को होनी है।
समिति के प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और इसमें भारत के प्रधान न्यायाधीश और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सदस्य हैं।
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आलोक वर्मा को इस पद से हटाए जाने और उन्हें अग्निशमन सेवाओं का महानिदेशक बनाए जाने के बाद से सीबीआई निदेशक का पद खाली है। आईपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेश बनाया गया है। सीबीआई के निदेशक पद पर नियमित नियुक्ति नहीं करने के लिए कांग्रेस प्रधानमंत्री पर हमले करती रही है। खड़गे ने सीबीआई के नियमित निदेशक की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जल्द से जल्द बैठक बुलाने की मांग की थी।
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