जदयू-भाजपा गठबंधन और बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुशील मोदी ने दिया ये बयान
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की सदन से लगातार अनुपस्थिति की चर्चा करते हुए सुशील ने आरोप लगाया कि आज सदन की कार्यवाही का 17वां दिन है पर मुझे दुख है कि प्रतिपक्ष के नेता ने सदन के भीतर संभवत: एक शब्द भी नहीं बोला है।
पटना। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के उप-मुख्यमंत्रीसुशील कुमार मोदी ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राज्य का अगला विधानसभा चुनाव भी मुख्यमंत्री एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लडे़गा। बिहार विधानसभा में बिहार विनियोग (संख्या 2) विधेयक, 2019 पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देने के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में सुशील ने कहा, ‘‘कई बार मीडिया में तरह-तरह के भ्रम पैदा किए जाते हैं कि क्या होगा। यह गठबंधन चलेगा कि नहीं। मैं सदन के माध्यम से बिहार की जनता को बताना चाहूंगा कि अगला विधानसभा का चुनाव भी यह गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा।’’
इसे भी पढ़ें: जदयू की बीजेपी को चुनौती, एक चुनाव अकेले लड़कर देख लें, परिणाम समझ आ जाएगा
बिहार में राजग गठबंधन में शामिल नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, भाजपा और केंद्रीय मंत्री रामविलास की लोक जनशक्ति पार्टी ने साथ मिलकर लड़ा था और प्रदेश की 40 लोकसभा सीटों में 39 पर विजयी रहे थे। सुशील ने मुख्य विपक्षी राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई किसी भ्रम में नहीं रहे, डूबते हुई नैया पर कौन सवार होना चाहेगा। उन्होंने बिहार में पिछले 15 साल के राजग शासनकाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि बार-बार लोग हमारे (राजग) 15 साल के शासन का जिक्र करते हैं और वह (विपक्षी) कहते हैं कि हमारे पिछले 15 साल का जिक्र सत्तापक्ष कब तक करता रहेगा, तो अब जनता तय करे कि उनके 15 साल में ज्यादा काम हुआ या हम लोगों के 15 साल में ज्यादा काम हुआ। सुशील ने कहा कि अगर उन लोगों ने अपने 15 सालों के कार्यकाल में काम किया होता और एक मजबूत नींव पर बिहार को खड़ा कर दिया होता तो आज हम 3-4 मंजिला विकास की गाथा लिख सकते थे लेकिन वे लोग तो श्मशान जैसा बिहार को छोड़ कर चले गए।
इसे भी पढ़ें: सच्चिदानंद राय ने दिया था NDA विरोधी बयान, BJP ने जवाब मांगा
उन्होंने कहा कि जनता तय करेगी कि किस गठबंधन ने और किन लोगों ने 15 साल में बेहतर काम किया है। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की सदन से लगातार अनुपस्थिति की चर्चा करते हुए सुशील ने आरोप लगाया कि आज सदन की कार्यवाही का 17वां दिन है पर मुझे दुख है कि प्रतिपक्ष के नेता ने सदन के भीतर संभवत: एक शब्द भी नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बिहार के संसदीय इतिहास का यह पहला मौका होगा कि प्रतिपक्ष के नेता ने न तो बजट पर चर्चा या सदन की किसी अन्य कार्यवाही में भाग लिया। सुशील ने तेजस्वी की सदन से लगातार अनुपस्थिति पर अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से जानना चाहा कि उन्हें पता नहीं कि बिहार विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली में क्या प्रावधान है। आपकी अनुमति से कोई सदस्य कितना दिन सदन से गैर हाजिर रह सकते हैं। उन्होंने आपसे अनुमति ली या नहीं। बीमार हैं या क्या कर रहे यह पता नहीं।
अन्य न्यूज़