दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी अफवाह निकली, शरारती तत्व ने अंतरराष्ट्रीय नंबर से भेजा था संदेश

Ramlal Anand College
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एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसा शक है कि किसी शरारती तत्व ने एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से धमकी दी।उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। उन्होंने बताया ने कहा कि कॉलेज परिसर में तीन घंटे तक तलाशी की गई। जिसके बाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह धमकी अफवाह थी।

नयी दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के रामलाल आनंद कॉलेज को बृहस्पतिवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, लेकिन कुछ ही घंटों के बाद यह मात्र अफवाह निकली। पुलिस ने यह जानकारी दी। धमकी वाला संदेश कॉलेज के एक कर्मचारी के मोबाइल फोन पर आया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसा शक है कि किसी शरारती तत्व ने एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से धमकी दी।उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। उन्होंने बताया ने कहा कि कॉलेज परिसर में तीन घंटे तक तलाशी की गई। जिसके बाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह धमकी अफवाह थी। 

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने इससे पहले बताया था कि कर्मचारी को सुबह 9:34 बजे व्हाट्सऐप पर धमकी वाला संदेश मिला। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के तुरंत बाद ही पुलिस की टीम एक एम्बुलेंस, बम निरोधक दस्ते और बम का पता लगाने वाले दल के साथ कॉलेज पहुंची और उसके बाद छात्रों और कर्मचारियों को वहां से बाहर निकाला गया। कॉलेज के प्रधानचार्य राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि पुलिस द्वारा तलाशी पूरी करने और परिसर को सुरक्षित घोषित करने के बाद नियमित कामकाज फिर शुरू हो गया। 

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गुप्ता ने कहा कि कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी एक कर्मचारी को व्हाट्सऐप के माध्यम से मिली थी। उन्होंने कहा कि तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। गुप्ता ने कहा कि कार्यालय का काम फिर शुरू कर दिया गया है, लेकिन कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और छात्रों को परिसर से जाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस धमकी के कारण कोई परीक्षा या कोई अन्य निर्धारित गतिविधि बाधित नहीं हुई। दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) आरके पुरम को फरवरी के पहले सप्ताह में इसी तरह का संदेश मिला था, जहां प्रेषक ने ईमेल भेजने के लिए टोर ब्राउज़र का उपयोग किया था। पुलिस अब भी उस मामले की जांच कर रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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