Unlock 5 के 24वें दिन कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की दर बढ़कर हुई 89.78 प्रतिशत

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भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 53,370 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या शनिवार को बढ़कर 78,14,682 हो गई। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 650 और लोगों की मौत होने से देश में संक्रमण के कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 1,17,956 हो गई है।

नयी दिल्ली। देश में कोविड-19 संक्रमण से मुक्त हुए लोगों में से 61 प्रतिशत लोग महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि करीब 70,16,046 लोग अब तक संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और इसके साथ ही देश में संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों की दर बढ़कर शनिवार को 89.78 प्रतिशत हो गई। मंत्रालय ने कहा, ‘‘संक्रमणमुक्त हुए करीब 61 प्रतिशत लोग महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के हैं।’’

उसने बताया कि संक्रमणमुक्त हुए कुल लोगों में से महाराष्ट्र में 20.6 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 10.9 प्रतिशत, कर्नाटक में 9.9 प्रतिशत, तमिलनाडु में 9.4 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 6.1 प्रतिशत और दिल्ली में 4.1 प्रतिशत लोग हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में संक्रमणमुक्त हुए लोगों की संख्या संक्रमण के नए मामलों से अधिक हैं। पिछले 24 घंटे में 67,549 मरीज स्वस्थ हुए। उसने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कुल 53,370 नए मामले सामने आए। जो नए मामले सामने आए हैं, उनमें से 80 प्रतिशत मामले 10 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं। केरल में सर्वाधिक, 8,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं और इसके बाद महाराष्ट्र में 7,000 से अधिक नए मामलों का पता चला है।’’ भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 53,370 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या शनिवार को बढ़कर 78,14,682 हो गई। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 650 और लोगों की मौत होने से देश में संक्रमण के कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 1,17,956 हो गई है। देश में कोरोना वायरस के कारण लोगों की मौत की दर गिरकर 1.51 प्रतिशत रह गई है। देश में 6,80,680 लोग उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 8.71 प्रतिशत है।

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भारत में संक्रमण के 53,370 नए मामले सामने आए, कुल संख्या बढ़कर 78,14,682 हुई

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 53,370 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या शनिवार को बढ़कर 78,14,682 हो गई। इनमें से 70,16,046 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और लोगों के संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर 89.78 प्रतिशत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक कुल 78,14,682 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 650 और लोगों की मौत होने से देश में संक्रमण के कारण अब तक मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 1,17,956 हो गई है। देश में कोरोना वायरस के कारण लोगों की मौत की दर और गिरकर 1.51 प्रतिशत रह गई है। देश में 6,80,680 लोग उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 8.71 प्रतिशत है। आईसीएमआर के अनुसार, 23 अक्टूबर तक कुल 10,13,82,564 नमूनों की जांच की चुकी है, जिनमें से शुक्रवार को 12,69,479 नमूनों की जांच की गई। भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख और 11 अक्टूबर को 70 लाख के पार हो गई थी। देश में पिछले 24 घंटे में जिन 650 लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 184, पश्चिम बंगाल में 60, छत्तीसगढ़ में 58, कर्नाटक में 51, उत्तर प्रदेश में 40, तमिलनाडु में 33 और दिल्ली एवं केरल में 26-26 लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक कुल 1,17,956 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 43,015, तमिलनाडु में 10,858, कर्नाटक में 10,821, उत्तर प्रदेश में 6,830, आंध्र प्रदेश में 6,544, पश्चिम बंगाल में 6,368, दिल्ली में 6,189, पंजाब में 4,095 और गुजरात में 3,673 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौतें मरीजों में अन्य बीमारियां होने के कारण हुईं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

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कोविड-19 के चलते बीते कुछ महीनों में 31 प्रतिशत किशोरों ने भारी तनाव का सामना किया: सर्वेक्षण

कोरोना वायरस महामारी से अपने परिवार की वित्तीय स्थिति प्रभावित होने को लेकर बीते कुछ महीनों में लगभग 31 प्रतिशत किशोरों ने भारी तनाव का सामना किया। झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार और ओडिशा के 7,300 से अधिक किशोरों पर किये गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। गैर सरकारी संगठन सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज द्वारा अप्रैल, जुलाई और अगस्त में दो चरणों में किये गए इस सर्वेक्षण का शीर्षक किशोरों का क्या कहना है? कोविड-19 और इसके प्रभाव था। सर्वेक्षण में कहा गया है 7,324 किशोरों में से 31 प्रतिशत ने स्वीकार किया है कि वे अपने परिवार की वित्तीय स्थिति पर महामारी के प्रभाव को लेकर भारी तनाव का सामना कर रहे हैं। सर्वे में यह भी पता चला है कि इन महीनों के दौरान महामारी के चलते किशोरियों को भारी लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ा। सर्वेक्षण के अनुसार, जिन किशोरियों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया, उनमें केवल 12 प्रतिशत के पास ही ऑनलाइन कक्षाओं के लिये खुद का मोबाइल फोन था जबकि उनके मुकाबले ऐसे किशोरों की संख्या 35 प्रतिशतथी। सर्वेक्षण में कहा गया है, इसके अलावा, सर्वेक्षण में शामिल 51 प्रतिशत किशोरियों के पास जरूरी पुस्तकों का अभाव था। इससे पता चलता है कि महामारी ने किस तरह लड़कियों की शिक्षा को प्रभावित किया।’’ 

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जरूरी अधिकारों के बावजूद कोविड-19 दिशानिर्देशों को लागू कराना चुनाव आयोग के लिए मुश्किल काम

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों का कहना है किचुनाव आयोग (ईसी) के पास चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कोविड-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर रैलियों पर रोक लगाने और चुनाव रद्द करने जैसे कड़े कदम उठाने के अभिष्ट अधिकार तो हैं लेकिन उनका अनुसरण सुनिश्चित कराना एक कठिन कार्य है। बिहार विधानसभा चुनाव और अन्य राज्यों में उपचुनावों के लिए प्रचार अभियान चल रहा है और चुनाव आयोग पहले ही राजनीतिक दलों को आगाह कर चुका है कि उल्लंघनों को लेकर जिलाधिकारी द्वारा दंडात्मक प्रावधानों का इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे तो ज्यादातर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान स्वास्थ्य दिशानिदशों का क्रियान्वयन उम्मीदवारों, दलों और मतदाताओं की संख्या के लिहाज से आसान नहीं है लेकिन उनमें से दो का कहना है कि चुनाव आयोग कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव स्थगित कर तथा रैलियों पर रोक लगाने जैसे ‘प्रदर्शन करने वाले कदम’ उठा सकता है और यह बता सकता है कि उसके लिए नियम मायने रखते हैं। चुनाव आयोग ने प्रचार अभियान के दौरान एक दूसरे के बीच दूरी बनाकर रखने के नियमों के ‘खुला उल्लंघन’ तथा उसके दिशानिर्देशों के प्रति पूर्ण असम्मान दिखाते हुए नेताओं द्वारा बिना मास्क के जनसभाओं को संबोधित करने को गंभीरता से लिया है। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों एवं क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों एवं महासचिवों को बुधवार को जारी किये गये परामर्श में आयोग ने कहा था कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं जिला मशीनरी से ऐसे उल्लंघनों के सिलसिले में संबंधित उम्मीदवारों एवं जिम्मेदार आयोजकों के खिलाफ उपयुक्त एवं प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के इस्तेमाल की आशा की जाएगी। जब यह सवाल पूछा गया कि कैसे चुनाव आयोग दिशानिर्देशों को लागू कराएगा तब एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग के पास क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सारे साधन हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उल्लंघन की जितनी ही अधिक रिपोर्ट मिलेंगी, उतनी ही अधिक कार्रवाईकी जाएगी।’’ हालांकि उन्होंने इसक ब्योरा नहीं दिया। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने कहा कि यदि किसी एक दल या उम्मीदवार द्वारा उल्लंघन किया जाता है तो कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यदि यह सभी का उल्लंघन है, आप चुनाव स्थगित नहीं कर सकते। जब आप ऐसी स्थिति में चुनाव आदेश दे रहे हैं तो आपको इस तरह के प्रभाव का अनुमान लगाना चाहिए।’’ लेकिन इसी के साथ संपत ने यह भी कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि ईसी चीजों को यूं ही रहने दे, आखिरकार यह जनस्वास्थ्य का विषय है। 2012 से 2015 तक मुख्य चुनाव आयुक्त रहे संपत ने कहा, ‘‘ ऐसा कोई तरीका नहीं है कि आप इसे शतप्रतिशत लागू कर सकते हैं लेकिन उसे (ईसी) को यथासंभव प्रयास करना होगा। उसेसंतुलन बनाना होगा, जो वह शायद कर रह है।’’ 

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एनसीडी प्रभावित व्यक्तियों के कोविड-19से संक्रमित होने का खतरा अधिक: अध्ययन

वैज्ञानिकों ने भारत जैसे निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मधुमेह जैसे गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) वाले लोगों पर कोविड-19 के सहक्रियात्मक प्रभाव का आकलन किया और पाया कि उनके लिए इस महामारी से ज्यादा खतरनाक समय कभी नहीं रहा। पत्रिका ‘फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ’ में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार एनसीडी से प्रभावित व्यक्तियों के कोविड-19 से संक्रमित होने और इससे मृत्यु होने का अधिक खतरा है। कर्नाटक में ‘मणिपाल एकेडमी आफ हायर एजुकेशन’ से श्रद्धा एस पारसेकर सहित अनुसंधानकर्ताओं ने अध्ययन में यह भी पाया कि कोविड-19 के चलते आवश्यक जन स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुईं हैं जिस पर एनसीडी से प्रभावित व्यक्ति अपनी स्थिति का प्रबंधन करने के लिए निर्भर रहते हैं। वैज्ञानिकों ने अध्ययन में ब्राजील, भारत, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान और नाइजीरिया जैसे निम्न और मध्यम आय वाले देशों में एनसीडी वाले लोगों पर कोविड-19 के सहक्रियात्मक प्रभाव को लेकर लगभग 50 अध्ययनों की समीक्षा की। 

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दशहरा पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें: नायडू

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को देशवासियों को दशहरे की पूर्व संध्या पर बधाई दी और लोगों से आग्रह किया कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए सादगी से इस पर्व को मनाएं। नायडू ने अपने संदेश में कहा, यह त्योहार हमें भगवान राम के मर्यादापूर्ण जीवन की याद दिलाता है, वे एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति और आदर्श राजा हैं और धर्म, सत्य, न्याय और नैतिकता के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि दशहरा, परिवारों और मित्रों से मिलने और उत्सव मनाने का अवसर होता है। उन्होंने कहा, लेकिन इस साल कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण, मैं सभी नागरिकों से यह आग्रह करता हूं कि वे स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रोटोकॉल और निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए दशहरे को पारंपरिक श्रद्धा के साथ सादगी से मनाएं। उन्होंने कामना की कि यह पर्व देश में शांति, सद्भाव और समृद्धि लाए।

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तमिलनाडु में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामले 3,000 से नीचे

तमिलनाडु में कोरोना वायरस संक्रमण के शनिवार को 2,886 नये मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही राज्य में अब तक सामने आए कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 7,06,136 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में 35 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुई है जिन्हें मिलाकर राज्य में अब तक इस महामारी से 10,893 लोगों की मौत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि राज्य में कुछ दिनों से संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आती दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और शनिवार को विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों से 4,024 लोगों को छुट्टी दी गई। इसके साथ ही राज्य में अब तक 6,63,456 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक शनिवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 31,787 रही। वहीं, पिछले 24 घंटे में 80,237 नमूनों की जांच की गई। विभाग के मुताबिक अब तक राज्य में कुल 94,36,817 नमूनों की जांच की गई है। तमिलनाडु में अब तक सामने आए कुल 7.06 लाख मामलों में अकेले राजधानी चेन्नई के 1,94,901 मामले शामिल हैं जिनमें से 779 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि शनिवार को हुई। बुलेटिन के मुताबिक कोयंबटूर में 287, चेंगलपेट में 169, तिरुवल्लुर में 165, सेलम में 148, कांचीपुरम में 140 और तिरुपुर में 101 नये मामले सामने आए हैं। विभाग ने बताया कि अरियालुर जिले में सबसे कम केवल तीन और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बुलेटिन के मुताबिक जिन 35 लोगों की शनिवार को मौत हुई, उनमें से पांच अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे।

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कर्नाटक में कोरोना वायरस के 4,471 नये मामले सामने आये

कर्नाटक में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,471 नए मामले सामने आये और 52 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,98,378 पहुंच गई जबकि मृतकों की संख्या 10,873 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि दिन के दौरान 7,153 और लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य में अब तक कुल 7,00,737 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया कि राज्य में अभी 86,749 मरीजों का इलाज चल रहा है।

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गुजरात में कोविड-19 के 1,021 नए मामले सामने आए, छह की मौत

गुजरात में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,021 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसके बाद राज्य में कुल मामले 1,66,254 पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि छह मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या 3,682 पहुंच गई है। विभाग ने विज्ञप्ति में बताया कि 1,013 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों से छुट्टी दी गई है, जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 1,48,585 पहुंच गई है। फिलहाल राज्य में 13,987 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। गुजरात में संक्रमण मुक्त होने की दर 89.37 प्रतिशत हो गई है। उसमें बताया गया है कि बीते 24 घंटे में 52,980 नमूनों का परीक्षण किया गया था। कुल 56,91,372 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

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जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 577 नए मामले

जम्मू कश्मीर में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 577 नए मामले सामने आए और कोविड-19 से छह और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 91,329 हो गई और मृतकों की संख्या 1,430पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नए मामलों में213 जम्मू और 364 कश्मीर घाटी के हैं। श्रीनगर में सर्वाधिक 130 नये मरीज जबकि जम्मू जिले में 116 नये मरीजसामने आए। उन्होंने बताया कि अभी 7,680मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक 82,219मरीज ठीक हो चुके हैं। जिन छह और मरीजों की जान गयी है,उनमें तीन जम्मू से और तीन कश्मीर घाटी के थे। 

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