दिल्ली की फर्म से जुड़ी दो करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की जांच कर रही है उप्र पुलिस

UP police
ANI

कंपनी ने इसी साल तीन जुलाई को मथुरा के शहर कोतवाली थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में कंपनी के निदेशक कांति प्रसाद अग्रवाल और छह अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पुलिस एक कॉर्पोरेट चालू खाते को बिना इजाजत खोलने और चलाने से जुड़े दो करोड़ रुपये के कथित बैंक घोटाले के मामले की जांच कर रही है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर दिल्ली की संबंधित कंपनी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को एक पत्र लिखकर संबंधित बैंक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वह प्राथमिकी मथुरा में दर्ज की गई है क्योंकि कुछ मुख्य आरोपियों का स्थायी पता मथुरा का ही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह मामला राजदरबार ग्रुप से जुड़ी दिल्ली की कंपनी श्री कैला देवी रियल एस्टेट लिमिटेड के नाम पर 19 सितंबर 2022 को आगरा में आर्यावर्त बैंक की आवास विकास शाखा में जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कथित तौर पर धोखाधड़ी से कॉर्पोरेट खाते खोलने से जुड़ा है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी (मथुरा नगर) आशना चौधरी ने बुधवार को बताया कि पुलिस ने संयुक्त निदेशक (अभियोजन) से विधिक राय मांगी है क्योंकि इस मामले में कंपनी अधिनियम के प्रावधानभी लागू होते हैं। उन्होंने कहा, जांच अपने अंतिम दौर में है।

आरबीआई, बैंक ऑफ इंडिया और आर्यावर्त बैंक के शिकायत प्रकोष्ठ में दी गई एक शिकायत में कंपनी के प्रतिनिधि अरुण गुप्ता ने आरोप लगाया कि वह खाता कंपनी के ज्यादातर शेयरधारकों और निदेशकों की जानकारी या सहमति के बिना खोला गया था।

कंपनी ने इसी साल तीन जुलाई को मथुरा के शहर कोतवाली थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में कंपनी के निदेशक कांति प्रसाद अग्रवाल और छह अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।

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