Uttar Pradesh: भूमि विवाद में तिहरे हत्याकांड में मामले में चार चकबंदी कर्मचारी निलंबित

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समिति की आख्या प्राप्त होने के बाद उसके आधार पर तीन चकबंदी लेखपालों राज किरण, शिलवंत सिंह, शिवेश सिंह तथा चकबंदी कर्ता राम आसरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

जिला प्रशासन ने बुधवार को भूमि चकबंदी से जुड़े चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई इस महीने की शुरुआत में यहां भूमि विवाद को लेकर एक दलित परिवार के तीन सदस्यों की कथित हत्या के सिलसिले में की गई है।

जिले के संदीपन घाट थाना क्षेत्र के तिहरे हत्याकांड वाले मोहिउद्दीनपुर गौस गांव में जमीनी विवाद संबंधी तथ्यों की जांच अपर जिलाधिकारी न्यायिक दीपक कौशांबी की अध्यक्षता में बनी जांच समिति द्वारा कराई गई थी।

जांच समिति से आख्या प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी द्वारा तीन चकबंदी लेखपालों एवं एक चकबंदी कर्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिला अपर जिला सूचना अधिकारी रवि जायसवाल ने बताया कि जिलाधिकारी कौशांबी सुजीत कुमार द्वारा जिले के मोहम्मदपुर गौस गांव मेंजमीनी विवाद के चलते हुए तिहरे हत्याकांड के बाद अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) जयचंद पांडे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई गई थी।

समिति की आख्या प्राप्त होने के बाद उसके आधार पर तीन चकबंदी लेखपालों राज किरण, शिलवंत सिंह, शिवेश सिंह तथा चकबंदी कर्ता राम आसरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

दलित परिवार के तीन सदस्यों - शिवशरण (30), उनकी पत्नी बृजकली (25) और उनके ससुर होरीलाल (60) की 15 सितंबर को कथित तौर पर भूमि विवाद को लेकर हत्या कर दी गई थी। हत्याओं के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गांव की कई झोपड़ियों में आग लगा दी थी। पुलिस ने पिछले हफ्ते मामले के मास्टरमाइंड समेत कई गिरफ्तारियां कीं।

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