गांधी के आदर्श मानवता के समक्ष चुनौतियों से मुकाबले में राह दिखाते रहेंगे: वेंकैया नायडू
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि दक्षिण अफ्रीका, म्यांमार, रूस, सिंगापुर, ओमान, श्रीलंका, इटली, जर्मनी, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना, कोस्टा रिका, उज्बेकिस्तान और चीन के विद्वानों ने इस वेबिनार में हिस्सा लिया।
उन्होंने याद किया कि जब दुनिया 1918 में स्पेनिश फ्लू के दौरान इसी तरह की चुनौती का सामना कर रही थी तब गांधी ने सभी लोगों, खासकर गरीबों और वंचितों के दर्द को समझने की आवश्यकता के बारे में बात की थी। नायडू ने कहा कि आज एकदूसरे से दूरी बनाये रखना, निजी एवं सार्वजनिक स्थलों को सेनेटाइज करना और मास्क पहनना महत्वपूर्ण नियम बन गए हैं, गांधी ने महामारी के दौरान क्या कहा था उसे याद करना उपयुक्त हो सकता है। गांधी ने लोगों से महामारी के प्रसार को रोकने के लिए नियमों का पालन करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में लोगों को जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए और उनकी कठिनाई को कम करना चाहिए। नायडू ने कहा कि स्पेनिश फ्लू के दौरान जैसा कि महात्मा गांधी ने लोगों के दर्द को समझने की आवश्यकता बतायी थी उसे ही वर्तमान समय में लागू करने की जरूरत है।The Vice President, Shri M. Venkaiah Naidu paying floral tributes to the former Prime Minister, Shri Lal Bahadur Shastri ji on his birth anniversary at Upa-Rashtrapati Nivas today.#LalBahadurShastriJayanti pic.twitter.com/e6TLqyUTDC
— Vice President of India (@VPSecretariat) October 2, 2020
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नायडू ने कहा कि महात्मा के विचार और सिद्धांत मानवता के सामने मौजूद विभिन्न चुनौतियों पर काबू पाने के लिए मार्गदर्शक बने रहेंगे जिसमें सतत विकास को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता से लेकर आतंकवाद का मुकाबला करना तक शामिल है। गांधी के प्रसिद्ध विचार, ‘‘सभी की जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं’’ को उद्धृत करते हुए उपराष्ट्रपति ने ऐसे समय सतत विकास की जरूरत पर जोर दिया जब पर्यावरण का बढ़ता दोहन आपदा के रूप में सामने आ रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि दक्षिण अफ्रीका, म्यांमार, रूस, सिंगापुर, ओमान, श्रीलंका, इटली, जर्मनी, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना, कोस्टा रिका, उज्बेकिस्तान और चीन के विद्वानों ने इस वेबिनार में हिस्सा लिया।
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