ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति ने दिए पर्यावरण संरक्षण के समयानुकूल सुझाव

Gramodaya Vishwavidyalaya
प्रतिरूप फोटो
दिनेश शुक्ल । Jun 5 2021 11:09PM

यदि अंतर मन स्वच्छ रहेगा तो वाह्य अनावरण भी स्वस्थ और स्वच्छ रहेगा। इस आशय के विचार प्रो. गौतम ने पर्यावरण संरक्षण गतिविधि कानपुर प्रान्त द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वर्चुअल संगोष्ठी में व्यक्त किए।

चित्रकूट। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेश चंद्र गौतम ने  कहा कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष रोपित कर जल संरक्षण का प्रभावी प्रयास किया जाना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के लिए मन को स्वच्छ रखने की आवश्यकता है। यदि अंतर मन स्वच्छ रहेगा तो वाह्य अनावरण भी स्वस्थ और स्वच्छ रहेगा। इस आशय के विचार प्रो. गौतम ने पर्यावरण संरक्षण गतिविधि कानपुर प्रान्त द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वर्चुअल संगोष्ठी में व्यक्त किए।

 

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उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला। प्रान्त संयोजक और कृषि एवं पशुपालन के प्राध्यापक डॉ. उमेश कुमार शुक्ल द्वारा संयोजित इस वर्चुअल संगोष्ठी के मुख्य अतिथि छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक रहे। पारिस्थिकीय तंत्र पुनस्र्थापन विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में प्रो. विनय पाठक ने जल, जमीन और जंगल को प्रदूषण मुक्त करने के लिए लोगों का आवाहन किया।

 

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लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश के सदस्य डॉ. एच.पी. सिंह ने जलस्रोतों के महत्व को बताया और वृक्षों के रोपण की पैरवी की। डॉ. जितेंद्र यादव ने पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताया। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल जी आर्य ने पर्यावरण प्रदूषण के कारको पर प्रकाश डाला।

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