कुमारस्वामी के मंत्री ने बाढ़ प्रभावितों पर फेंके बिस्कुट के पैकेट, वीडियो वायरल
कर्नाटक के मंत्री एच डी रेवन्ना का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें कथित तौर पर वह हासन जिले में एक राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों की ओर बिस्कुट के पैकेट फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बेंगलुरू। कर्नाटक के मंत्री एच डी रेवन्ना का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें कथित तौर पर वह हासन जिले में एक राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों की ओर बिस्कुट के पैकेट फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं। इससे एक नया विवाद पैदा हो गया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के भाई रेवन्ना बिस्कुट के पैकेट लेकर और उन्हें राहत शिविरों में रह रहे लोगों की ओर फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो क्लिप वायरल हो गई है। कई टीवी चैनलों ने इसे प्रसारित किया। इंटरनेट पर लोगों ने रेवन्ना के इस कृत्य को ‘असंवेदनशील’ बताया है। वरिष्ठ भाजपा नेता एस सुरेश कुमार ने इस कृत्य के लिए रेवन्ना की आलोचना की। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘प्रिय लोक निर्माण मंत्री बाढ़ पीड़ितों पर बिस्कुट फेंकना जन कार्य नहीं है। क्या बिस्कुट फेंकने के पीछे अहंकारी, असभ्य व्यवहार है?’
अपने भाई का बचाव करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि रेवन्ना का कृत्य ‘अहंकार’ भरा नहीं है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने टीवी पर दिखाए इस मुद्दे पर संज्ञान लिया, उन्हें अन्यथा ना लें। मैंने जांच की..बिस्कुट बांटते समय वहां बड़ी संख्या में लोग थे और चलने-फिरने की कोई जगह नहीं थी।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि रेवन्ना इस बात से भी दुखी हैं कि उन्हें गलत तरीके से पेश किया गया। उन्होंने कहा, ‘अगर वह किसी और को बांटने के लिए कहते तो मुद्दा ही नहीं खड़ा होता।’
H D Revanna, brother of @hd_kumaraswamy is throwing biscuits to the people affected by floods in Karnataka, as if he is feeding to the fishes.
— Know The Nation (@knowthenation) August 20, 2018
This is an inhuman approach towards helping people who are stuck in a difficult situation. pic.twitter.com/sY25imlFtl
रेवन्ना के बेटे प्राज्वल ने कहा कि वह ‘‘दयालु’’ व्यक्ति हैं और शिविर में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करना चाहते थे। प्राज्वल रेवन्ना ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरे पिता दयालु व्यक्ति हैं। चूंकि वह असहाय लोगों के लिए चिंतित है तो उनकी मदद करने के लिए वह राहत शिविरों में गए।’ कर्नाटक के कई जिले पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश की चपेट में हैं।
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