विजयन ने पलक्कड़ में माकपा नेता की हत्या की निंदा की

Pinarayi Vijayan
प्रतिरूप फोटो
ANI

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक स्थानीय नेता की हत्या की सोमवार को कड़ी निंदा की। विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में रविवार रात माकपा की स्थानीय समिति के सदस्य शाहजहां की हत्या की कड़ी निंदा की और उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।

तिरुवनंतपुरम /पलक्कड़, 16 अगस्त। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक स्थानीय नेता की हत्या की सोमवार को कड़ी निंदा की। वाम दल और भाजपा हत्या का आरोप एक-दूसरे पर लगाने की कोशिश कर रहे हैं। विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में रविवार रात माकपा की स्थानीय समिति के सदस्य शाहजहां की हत्या की कड़ी निंदा की और उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने वाले इस तरह के कदमों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस को जांच में कोई कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने कहा कि वह यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमलावर किस पार्टी के थे, क्योंकि प्राथमिकी के अनुसार हमलावरों की संख्या आठ थी और वे भाजपा-आरएसएस के कार्यकर्ता थे और यह भी माना जा रहा है कि हत्या के पीछे की वजह राजनीतिक दुश्मनी थी।

पुलिस ने कहा कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है, अभी किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है। माकपा के राज्य सचिवालय ने एक बयान में पार्टी के सदस्य की हत्या का आरोप सीधे तौर पर भाजपा-आरएसएस पर लगाया। साथ ही उसने भाजपा-आरएसएस पर मीडिया के माध्यम से यह दुष्प्रचार करने का भी आरोप लगाया कि हत्या के लिए वाम दल जिम्मेदार है। माकपा के दावों का विरोध करते हुए, भाजपा के प्रदेश सचिव सी कृष्णकुमार ने कहा कि हत्या वाम दल के भीतर विभाजन का परिणाम है और इसमें न तो उनकी पार्टी और न ही आरएसएस की कोई भूमिका है।

कांग्रेस भी भाजपा का समर्थन करती दिखी, क्योंकि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी)के अध्यक्ष के सुधाकरन ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या के पीछे माकपा का हाथ है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस राजनीतिक रूप से भाजपा की विरोधी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उसे हर चीज के लिए दोषी ठहराया जाए। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी डी सतीशन ने सवाल किया कि माकपा प्रदेश सचिवालय यह निष्कर्ष कैसे निकाल सकता है कि हत्या के पीछे भाजपा का हाथ है, जबकि पुलिस ने अभी मामले की जांच शुरू ही की है। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस को जांच करने दें।’’

उन्होंने कहा और कहा कि माकपा ने एकेजी सेंटर पर हमले के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया था, लेकिन आज तक इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। हत्या के पीछे कौन है, इस सवाल ने दिन में तब नाटकीय मोड़ ले लिया, जब एक प्रत्यक्षदर्शी एवं माकपा के एक सदस्य ने सुबह एक टेलीविजन चैनल से कहा किकुन्नांगडु निवासी शाहजहां की हत्या करने वाले कथित रूप से पार्टी के सदस्य थे। कुछ ही घंटे बाद, प्रत्यक्षदर्शी ने एक अन्य टीवी चैनल को बताया कि माकपा नेता की हत्या कथित तौर पर आरएसएस कार्यकर्ताओं ने की।

उसने कहा कि हमलावर पहले वाम दल के सदस्य थे और फिर आरएसएस में शामिल हो गए थे। माकपा के जिला सचिव ई एन सुरेश बाबू ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि डीवाईएफआई फ्लेक्स बोर्ड को श्री कृष्ण जयंती संबंधी फ्लेक्स बोर्ड से बदलने को लेकर आरएसएस कार्यकर्ताओं की माकपा सदस्यों के साथ बहस हो गई और शाहजहां ने इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की। बाबू ने कहा कि बहस के बीच, चार लोग दो बाइक से चले गए और जल्द ही हथियारों के साथ लौटे और शाहजहां को निशाना बनाया।

माकपा के जिला सचिव के आरोपों का विरोध करते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने बाबू के दावों को हत्या में सत्तारूढ़ दल की कथित संलिप्तता को छिपाने के लिए संघ परिवार पर हत्या का आरोप लगाने का प्रयास करार दिया। सुरेंद्रन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह प्रत्यक्षदर्शी और मीडिया के शुक्रगुजार हैं, जो सच्चाई को सामने लाये। पुलिस ने बताया कि शाहजहां माकपा की स्थानीय समिति का सदस्य था और घटना रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे नेता के घर के पास हुई।

स्थानीय वामपंथी नेताओं ने कहा कि शाहजहां स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए सजावट की व्यवस्था कर रहा था, जब यह घटना हुई। घटना के बाद, स्थानीय माकपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि हत्या के पीछे भाजपा और आरएसएस का हाथ है।’’ हालांकि, भाजपा जिला नेतृत्व ने एक बयान में आरोपों से इनकार किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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