जहां वीवीपैट और EVM आंकड़ों में मिलान नहीं होता, वहां पर्चियों की गिनती हो: येचुरी
सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वीवीपैट और ईवीएम मिलान के मामले में अंतर रहने की स्थिति के बारे में चुनाव आयोग ने अब तक प्रक्रिया निर्धारित नहीं की है।
नयी दिल्ली। माकपा ने सोमवार को एक बार फिर कहा कि जिन निर्वाचन क्षेत्रों में वीवीपैट पर्ची और ईवीएम आंकड़ों में मिलान नहीं होता है, वहां सभी वीवीपैट पर्ची की गिनती होनी चाहिए। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग (ईसी) से उन निर्वाचन क्षेत्रों में जहां वीवीपैट पर्ची और ईवीएम के आंकड़ों में मिलान नहीं हो पाता है, वहां मतों की गिनती के लिए नये नियम बनाने का अनुरोध किया है।
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उच्चतम न्यायालय ने 21 विपक्षी दलों के 50 प्रतिशत ईवीएम के वीवीपैट से मिलान की मांग को लेकर पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वीवीपैट और ईवीएम मिलान के मामले में अंतर रहने की स्थिति के बारे में चुनाव आयोग ने अब तक प्रक्रिया निर्धारित नहीं की है। एक भी ईवीएम, वीवीपैट नमूने में अंतर रहने पर चुनावी प्रक्रिया की सत्यनिष्ठा को बरकरार रखने के लिए निर्वाचन क्षेत्र में सभी वीवीपैट की गिनती होनी चाहिए।’’लोकसभा चुनाव के लिए सात चरण में मतदान हुआ है और 23 मई को मतगणना होगी।
On VVPATs & the EVM tally, the EC is yet to come out with a procedure in case there is a mismatch! Even if there is one mismatch in the VVPAT samples picked for counting and EVMs, to maintain integrity of the electoral process, all VVPATs in that assembly segment must be counted
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 20, 2019
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