वक्फ बिल रिपोर्ट राज्यसभा में पेश, विपक्ष का भारी हंगामा, सरकार पर लगाया ये आरोप

Rajya Sabha
ANI
अंकित सिंह । Feb 13 2025 12:15PM

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष के सदस्य अनावश्यक मुद्दा बना रहे हैं, जो तथ्य नहीं है। आरोप झूठा है। जेपीसी ने पूरी कार्यवाही नियमानुसार की। जेपीसी के सभी विपक्षी सदस्यों ने पिछले 6 महीनों में सभी कार्यवाही में भाग लिया।

कांग्रेस पार्टी के स्थगन प्रस्ताव और वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेपीसी की रिपोर्ट के बाद बढ़े नाटक के बीच संसद के बजट सत्र की पहली बैठक गुरुवार को समाप्त होगी। राज्यसभा में बृहस्पतिवार को वक्फ संशोधन विधेयक संबंधी संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट पेश की गई, जिसके बाद विपक्षी दलों का भारी हंगामा देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मैंने विपक्ष द्वारा उठाई गई चिंताओं की जाँच की है। रिपोर्ट में कोई विलोपन या निष्कासन नहीं है। सब कुछ सदन के पटल पर है। ऐसा मुद्दा किस आधार पर उठाया जा सकता है? 

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष के सदस्य अनावश्यक मुद्दा बना रहे हैं, जो तथ्य नहीं है। आरोप झूठा है। जेपीसी ने पूरी कार्यवाही नियमानुसार की। जेपीसी के सभी विपक्षी सदस्यों ने पिछले 6 महीनों में सभी कार्यवाही में भाग लिया। सभी असहमति नोट रिपोर्ट के परिशिष्ट में संलग्न हैं। वे सदन को गुमराह नहीं कर सकते। वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी की रिपोर्ट पर चर्चा के बीच विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। 

विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वक्फ बोर्ड पर जेपीसी की रिपोर्ट में कई सदस्यों की असहमति रिपोर्ट है। उन नोटों को हटाना और हमारे विचारों को कुचलना सही नहीं है। यह लोकतंत्र विरोधी है। उन्होंने कहा कि मैं असहमति रिपोर्ट को हटाकर पेश की गई किसी भी रिपोर्ट की निंदा करता हूं। हम ऐसी फर्जी रिपोर्टों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। यदि रिपोर्ट में असहमति के विचार नहीं हैं, तो इसे वापस भेजा जाना चाहिए और फिर से प्रस्तुत किया जाना चाहिए।

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सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मेधा विश्राम कुलकर्णी ने समिति की रिपोर्ट सदन में पेश की। रिपोर्ट पेश होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और वामपंथी दल सहित कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया। हंगामा कर रहे सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी करने लगे। हंगामे के बीच ही सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह राष्ट्रपति का एक संदेश सदन में पेश करना चाहते हैं। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और सदन में व्यवस्था बनाने की अपील की। हालांकि, इसके बावजूद हंगामा जारी रहा।

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