तपोवन सुरंग में जिंदगी बचाने की जंग जारी, 30 से 35 लोगों के फंसे होने की संभावना
रावत ने कहा कि अभी पहली प्राथमिकता टनल में फंसे लोगों को निकालना है। उन्होंने कहा कि टनल के अंदर अब भी 30 से 35 लोगों के फंसे होने की संभावना है और उन तक पहुंचने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।
उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को अचानक आई विकराल बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में बचाव और राहत अभियान में सोमवार को तेजी आ गई। वहीं इस आपदा में मरने वालों की संख्या 26 हो गई और 171 अन्य अभी लापता हैं। इन सबके बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली जिले के ग्लेशियर टूटने से प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे किया। रावत ने कहा कि अभी पहली प्राथमिकता टनल में फंसे लोगों को निकालना है। उन्होंने कहा कि टनल के अंदर अब भी 30 से 35 लोगों के फंसे होने की संभावना है और उन तक पहुंचने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।
इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ में आईटीबीपी के अस्पताल में जाकर रेस्क्यू किए गए लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। मुलाकात के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जिन लोगों का रेस्क्यू किया गया वह सभी ठीक हैं। उन लोगों ने बताया कि उन्हें शरीर में काफी दर्द है। डॉक्टरों का कहना है कि धीरे धीरे ठीक हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो 360 परिवार पुल के ढहने से जिले से कट गए हैं मैं उनसे भी लगातार संपर्क में हूं।जिन 12 घायलों को रेस्क्यू किया गया है वो ITBP के इस अस्पताल में भर्ती हैं, सभी ठीक हैं। उन्होंने बताया कि शरीर में काफी दर्द है, डॉक्टरों का कहना है कि ये धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा। जो 360 परिवार पुल के ढहने से ज़िले से कट गए हैं मैं उनसे संपर्क करने जा रहा हूं: त्रिवेंद्र सिंह रावत https://t.co/o5bFBro5RI pic.twitter.com/g7udj0DtXp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2021
अन्य न्यूज़