हम ऐसे समय में रह रहे हैं जहां सब डरे हुए हैंः टीएम कृष्णा

रामनगर। मैग्सायसाय पुरस्कार विजेता टीएम कृष्णा ने हाल ही में उठी पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध की मांगों की ओर इशारा करते हुए कहा है कि देश में डर का माहौल है। कर्नाटक संगीत से जुड़े गायक कृष्णा ने कुमायूं साहित्योत्सव (केएलएफ) में अपने व्याख्यान में यह बात कही। कृष्णा ने कहा कि इस समय सभी डरे हुए हैं और अभिव्यक्ति की आजादी की बहस के मायने बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आज हम ऐसे समय में रहते हैं जहां सभी डरे हुए हैं। सिनेमा में लोगों से कहा जाता है कि उनकी फिल्म में कौन काम कर सकता है। बताया जाता है कि किस को काम करना चाहिए और किस को नहीं। इससे ज्यादा हास्यास्पद और क्या हो सकता है।’’
यहां केएलएफ का आयोजन हर साल होता है जिसमें कई जानेमाने लेखक, नेता और विचारक उत्तराखंड के गांव धानाचुली में एकत्रित होते हैं। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके सीकरी ने अपने भाषण में साहित्य और न्यायपालिका के बीच तारतम्य स्थापित करते हुए कहा कि न्यायाधीश लेखक भी होते हैं क्योंकि उन्हें लंबे फैसले लिखने होते हैं। साहित्योत्सव में आने वाले दिनों में अमीष त्रिपाठी, रवि सुब्रमण्यम, प्रीति शिनॉय, जेरी पिंटो और रक्षंदा जलील आदि भाग लेंगे। इसमें राजनीति के क्षेत्र से अभिषेक मनु सिंघवी, पवन वर्मा और शत्रुघ्न सिन्हा भी शिरकत करेंगे। इसमें पाकिस्तान से आफिया असलम, अली अकबर नातिक, अमीना सैयद, आसिफ फारूखी, आसिफ नूरानी, साबिन जावेरी और मोहसिन सईद जैसे लेखक भी आ रहे हैं। उत्सव 13 अक्तूबर तक चलेगा।
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