वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने कोरोना वायरस के खिलाफ जारी युद्ध् में ऊर्जा उत्पादन के लिए संभाला मोर्चा

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दिनेश शुक्ल । Mar 28 2020 6:43PM

10000 रुमाल या स्कार्फ भी कर्माचरियों को दिए गए हैं। हर खदान में हेंड वॉस और सेनेटाइजर दिए गए हैं तथा जहां भी संभव है, दो कर्मियों के बीच निश्चित दूरी रखी जा रही है। यहीं नहीं छोटी-बड़ी खनन मशीनों / उपकरणों को सैनिटाईज किया जा रहा है।

भोपाल। कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) भी कोरोना संकट के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय-ज़ंग में कंधे से कंधा मिलाकर अपनी भूमिका बख़ूबी निभा रही है।कंपनी के श्रमवीर भूमिगत तथा खुली खदानों में रात-दिन कोयला उत्पादन और प्रेशण में लगे है, ताकि वेकोलि से जुड़े विद्युत संयंत्रों को पर्याप्त कोयला आपूर्ति जारी रहे। राष्ट्रीय आपदा के इस वर्तमान दौर में जब पूरा देश लॉकडाउन है। इस दौरान अस्पताल और प्रयोगशालाएं रात-दिन काम कर रही हैं। आम जनता तक रोजमर्रा के जरूरत का सामान पहुंचाने के लिए रेलवे को माल गाड़ियों का संचालन सुचारू रखना है, यही नहीं देश में पानी-बिजली की आपूर्ति बदस्तूर जारी रहे, इन सबके लिए ऊर्जा ईधन यानि कोयले की सतत् आवश्यकता में, टीम वेकोलि के कर्मियों ने भी उत्पादन को उल्लेखनीय स्तर पर पहुँचा दिया।

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वेकोली अपने उत्पादन का 80 प्रतिशत तेल मध्यम, पश्चिम और दक्षिण भारत के विद्युत् उत्पादन को आपूर्ति करता है। इसके बड़े उपभोक्ता महाजेनको सहित मध्यप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा के विद्युत् संयंत्र है। अन्य उपभोक्ताओं में एनटीपीसी और इस क्षेत्र के अन्य निजी बिजली-घर शामिल हैं। वेकोली ने उपरोक्त सभी विधुतशालाओं को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया है। वर्तमान कोरोना संक्रमण वाले संकट के दौर में भी रेल और सडक-मार्ग से 1.5 लाख टनको प्रतिदिन भेजा जा रहा है ताकि राष्ट्र की उर्जा-ज़रूरतें पूरी तरह से रहें।

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एक जिम्मेदार सामुदायिक चक्कर के रूप में वेकोलि ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के अपने क्षेत्रो के 10 विभिन्न अस्पतालों में 75 बिस्तर तैयार किए हैं, जिनके उपयोग कोरोना के हानिकारक रोगियों के इलाज़ के लिए किया जा सकेगा। डाक्टर्स, नूर और पारा-मेडिकल स्टाफ़ को किसी भी स्थिति से सामना के लिए एलर्ट पर रखा गया है। यह नहीं है कंपनी मुख्यालय में एक टास्क-फोर्स का गठन किया गया है। सभी क्षेत्रों में क्षेत्रीय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संबंधित गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। इसी के साथ सभी स्थानों पर कोरोना से बचाव के लिए लगातार जागरूकता फैलायी जा रही है। 

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वेकोलि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्यों में स्थित अपने 10 क्षेत्रों की 55 खदानों से तेल उत्पादन करता है। कोरोनावायरस की आपदा के दौरान, कंपनी-कर्मियों को सुरक्षित कार्य स्थल उपलब्ध करवाने के लिए कंपनी द्वारा सभी एहतियाती कदम उठाए गए।] लगभग 25000 फंक्शन कर्मियों को बांटे जाने के साथ ही 10000 फंक्शन और उपलब्ध करवाए जाएंगे। साथ ही 10000 रुमाल या स्कार्फ भी कर्माचरियों को दिए गए हैं। हर खदान में हेंड वास और सेनेटाइजर दिए गए हैं और जहां भी संभव है, दो कर्मियों के बीच निश्चित दूरी रखी जा रही है।) यहीं नहीं छोटी-बड़ी खनन मशीनों / उपकरणों को सैनिटाईज किया जा रहा है। 

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यहां उल्लेखनीय है कि 27 मार्च, 2020 को टीम वेकोलि के 42000 कर्मवीरों ने एक दिन में अब तक का सर्वोच्च 4.29 लाख टन कोयला उत्पादन किया है। गत 30 मार्च 2019 को वेकोलि ने एक दिन में सर्वाधिक 4.02 लाख टन का उत्पादन किया था। कंपनी ने 20 मार्च को ही पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 53.18 मिलियन टन उत्पादन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब वेकोलि 2019-20 के अपने वार्षिक लक्ष्य 56 मिलियन टन को आसानी से पार करने की दिशा में अग्रसर है। कंपनी ने 2018 -19 के वार्षिक लक्ष्य से 15% अधिक वृद्धि दर्ज़ कर दी है।

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