Prabhasakshi NewsRoom: चुनाव खत्म महंगाई शुरू, पेट्रोल-डीजल-एलपीजी के दामों में वृद्धि पर भड़का विपक्ष

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हम आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर, जबकि घरेलू रसोई गैस के दाम में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 96 रुपये 21 पैसे प्रति लीटर होगी, जो पहले 95 रुपये 41 पैसे थी।

नमस्कार न्यूजरूम में आप सभी का स्वागत है। देश में महंगाई से जनता पहले ही परेशान थी कि अब पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में वृद्धि ने उसकी कमर तोड़ कर रख दी है। इसके अलावा देश में एफडी, पीपीएफ, ईपीएफ पर ब्याज भी कम कर दिया गया है जिससे आम आदमी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बढ़ती महंगाई की मार से शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र भी प्रभावित हैं। खाद्य वस्तुओं के दामों में वृद्धि गरीब व्यक्ति का जीना मुहाल किये हुए है। पेट्रोल और डीजल के दामों में भले साढ़े चार महीने बाद आज वृद्धि हुई लेकिन इस वृद्धि के साथ ही अब महंगाई का और बढ़ना तय है। घरेलू रसोई गैस के दाम में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी भी महंगाई को नयी ऊँचाई प्रदान करेगी। उधर इस मूल्यवृद्धि पर राजनीति भी शुरू हो गयी है। संसद में यह मुद्दा उठाया गया है और इस वृद्धि की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि यही हैं मोदी के अच्छे दिन।

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हम आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर, जबकि घरेलू रसोई गैस के दाम में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 96 रुपये 21 पैसे प्रति लीटर होगी, जो पहले 95 रुपये 41 पैसे थी, जबकि डीजल की कीमत 86 रुपये 67 पैसे प्रति लीटर से बढ़कर 87 रुपये 47 पैसे हो गई है। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ाकर 949 रुपये 50 पैसे कर दी गई है।

हम आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें चार नवंबर से स्थिर थीं। संभवतः पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए इनकी कीमत में वृद्धि नहीं की गयी थी जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी वृद्धि के चलते तेल कंपनियों को घाटा उठाना पड़ रहा था। वहीं एलपीजी की कीमत में अंतिम बार छह अक्टूबर 2021 को संशोधन किया गया था। हालांकि, महामारी की वजह से आई मंदी और फिर रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण कच्चे माल की बढ़ती लागत के बावजूद एलपीजी और ऑटो ईंधन दोनों की कीमतें तब से स्थिर थीं। उल्लेखनीय है कि गैर-सब्सिडी वाली रसोई गैस वह है जिसे उपभोक्ता सब्सिडी वाले या बाजार से कम दरों पर 12 सिलेंडरों का अपना कोटा खत्म हो जाने के बाद खरीदते हैं।

हालांकि, सरकार ज्यादातर शहरों में एलपीजी पर कोई सब्सिडी नहीं देती है और बहुचर्चित ‘उज्ज्वला योजना’ के तहत मुफ्त कनेक्शन पाने वाली गरीब महिलाओं समेत सामान्य उपभोक्ताओं को मिलने वाले रिफिल सिलेंडर की कीमत बिना सब्सिडी वाले या बाजार मूल्य एलपीजी के समान है। अब माना जा रहा है कि पांच किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 349 रुपये होगी जबकि 10 किलोग्राम के मिश्रित सिलेंडर की कीमत 669 रुपये होगी। 19 किलो के वाणिज्यिक सिलेंडर की कीमत अब 2003.50 रुपये है।

दूसरी ओर, जून 2017 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को पिछली 15 दिन की अंतरराष्ट्रीय दर के अनुरूप दैनिक रूप से समायोजित किया जा रहा है। लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की जिसके बाद से चार नवंबर, 2021 से दरें नहीं बढ़ी थीं। इसके बाद अधिकांश राज्य सरकारों ने भी स्थानीय बिक्री कर या वैट कम किया था। इन कर कटौती से पहले पेट्रोल की कीमत 110.04 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी और डीजल 98.42 रुपये प्रति लीटर हो गया था। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ी हुई हैं। हालांकि, पश्चिमी देशों ने अब तक ऊर्जा व्यापार को प्रतिबंधों से बाहर रखा है, लेकिन रूसी तेल और उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध की आशंका से अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में फिर से इजाफा हो सकता है।

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वहीं तेल की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर उपजी चिंताओं के बीच बैंकिंग तथा वित्तीय शेयरों के नुकसान में जाने से मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 200 अंक से अधिक टूट गया। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 221.35 अंक की गिरावट के साथ 57,071.14 पर था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 54.9 अंक टूटकर 17,062.70 पर आ गया। इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 2.14 फीसदी बढ़कर 118.09 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

दूसरी ओर कांग्रेस ने रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कटाक्ष करते हुए कहा कि लोग अब कह रहे हैं कि "मोदी जी के अच्छे दिन" नहीं चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "महा-महंगाई, भाजपा लाई!'' उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, "लोग कह रहे हैं, कोई लोटा दे वो सच्चे-सस्ते दिन, नहीं चाहिए मोदी जी के अच्छे दिन।"

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि को लेकर सत्तारुढ़ भाजपा पर निशाना साधा और विधानसभा चुनाव बीतने के बाद महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाया। सपा प्रमुख ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘जनता को दिया भाजपा सरकार ने महंगाई का एक और उपहार… लखनऊ में रसोई गैस सिलेंडर हुआ हजार के पास और पटना में हजार के पार।’’ इसी ट्वीट में अखिलेश ने लिखा, ‘‘चुनाव खत्म, महंगाई शुरू…।’’

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