'सड़कों पर फूट-फूट कर रो रही हैं महिलाएं, जलती धरती पर लेटे पुरुष', पुलिस के हाथों में लाठी के सिवा कुछ नहीं! रामेश्वरम में आखिर क्या हुआ | Video
तमिलनाडु के रामेश्वरम में मछुआरों ने सोमवार को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा अपने 17 साथियों की गिरफ्तारी और दो नावों को जब्त किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में पुरुष और महिलाएं शामिल थीं, जो सड़कों पर बैठ गए और मछुआरों की वापसी की मांग करते हुए नारे लगाए।
रामेश्वरम शहर भगवान शिव के लिए जाता जाता है। इस शहर में भागवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहीं है। वहीं दूसरी तरफ इस शहर में सबसे ज्यादा मछुआरों की भी संख्या भी पायी जाती है। इस शहर के लोग सबसे ज्यादा अपनी इनकम के लिए मछुआरों का काम करते हैं। लेकिन कुछ मछुआरों के परिवार और दोस्तों ने सड़कों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आखिर इसके पीछे क्या कारण हैं आइये जानते है- श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार सुबह रामेश्वरम के तट से तमिलनाडु के 17 मछुआरों को पकड़ा और दो नावें जब्त कीं। पकड़े गए मछुआरों की पहचान मार्कमिलन (37), मिल्टन (49), रोनाल्ड (48), सेसुराजा (45), जीवन फ्रिशर (22), सुरेश (45), अरुल दिनाकरन (24), दुरई (39) और मारिया सेथिन (26) के रूप में हुई है, जो थांगाचिमदम के हैं, साथ ही अर्दिया निको (26), जेबेस्टियन (38), राजीव (36), विवेक (36), इनाची (36), सैमुअल (33), ब्रिचन (31) और भास्करन (30) भी शामिल हैं।
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तमिलनाडु के रामेश्वरम में मछुआरों ने सोमवार को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा अपने 17 साथियों की गिरफ्तारी और दो नावों को जब्त किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में पुरुष और महिलाएं शामिल थीं, जो सड़कों पर बैठ गए और मछुआरों की वापसी की मांग करते हुए नारे लगाए। रामेश्वरम मछुआरा संघ के अनुसार, गिरफ्तार किए गए मछुआरे नेदुनथिवु के पास पाक खाड़ी क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे, वे 309 नावों के साथ समुद्र में गए थे। मछुआरों ने समुद्र में जाने के लिए एक दिन पहले रामेश्वरम मत्स्य विभाग से अनुमति ली थी। संघ ने कहा कि मछुआरों को पूछताछ के लिए श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मन्नार बंदरगाह ले जाया गया।
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तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखा पत्र
इससे पहले रविवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस मुद्दे से अवगत कराया और मछुआरों की सुरक्षित वापसी के लिए त्वरित कदम उठाने का आग्रह किया। विदेश मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि 28 सितंबर को रामेश्वरम मछली लैंडिंग सेंटर से मछली पकड़ने गए मछुआरों को रविवार को नेदुनथीवु के पास श्रीलंकाई अधिकारियों ने पकड़ लिया।
उन्होंने कहा कि मछुआरों को हिरासत में लेना और उनकी नावों को जब्त करना तटीय समुदायों के बीच गंभीर संकट और अनिश्चितता का कारण बनता है। उन्होंने कहा "मैंने बार-बार दोहराया है कि इस जटिल मुद्दे को कूटनीतिक रूप से हल करने के लिए ठोस और सक्रिय कदम उठाए जाने चाहिए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, मैंने 27 सितंबर, 2024 को प्रधानमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में इसे भी एक अनुरोध के रूप में प्रस्तुत किया है।"
मछुआरों के पास अधिकारियों की अनुमति थी
गिरफ्तार किए गए मछुआरों की पहचान मार्कमिलन, मिल्टन, रोनाल्ड, सेसुराजा, जीवन फ्रिशर, सुरेश, अरुल दिनाकरन, दुरई और मारिया सेथिन के रूप में हुई है, साथ ही अर्डिया निको, जेबेस्टियन, राजीव, विवेक, इनाची, सैमुअल, ब्रिचन और भास्करन भी शामिल हैं। इसके अलावा, इशरमेन थंगाचिमदम व्यादराज और थंगाचिमदम सेल्वम की दो नावों को भी जब्त कर लिया गया है।
#WATCH | Rameswaram, Tamil Nadu: Fishermen staged a protest against the Sri Lankan navy after it arrested 17 fishermen from Rameswaram. (29.09) pic.twitter.com/zUEjXKIyKd
— ANI (@ANI) September 30, 2024
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