जो लोग भारत में महंगाई का रोना रोते हैं वह जरा पाकिस्तान में जरूरी सामान की रेट लिस्ट को देख लें

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Prabhasakshi

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने अपनी प्रमुख नीतिगत दर में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है जिससे उधारी दर 26 साल के उच्चतम स्तर यानि 20 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यानि दूसरे देशों से कर्ज मांगने में जुटे पाकिस्तान में लोगों को बैंक से लोन लेना और महंगा हो गया है।

जो लोग महंगाई का रोना रोते हैं उन्हें जरा हम बता दें कि महंगाई किसे कहते हैं। जो लोग भारत में आर्थिक हालात के खराब होने के दावे करते हैं जरा उन्हें हम बता दें कि खराब आर्थिक हालात किसे कहते हैं। इसके लिए जरा पाकिस्तान के आंकड़ों पर गौर करिये। पाकिस्तान में पेट्रोल 280 रुपए लीटर, डीजल 200 रुपए लीटर, केरोसीन तेल 200 रुपए लीटर, घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 3115 रुपए, कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 11984 रुपए है। इसके अलावा बिजली प्रति यूनिट हर इलाके में अलग-अलग भले हो लेकिन अब बिजली पर सभी जगह 3.23 पैसे का प्रति यूनिट सरचार्ज लगाने का पाकिस्तान सरकार ने निर्णय लिया है, जिससे लोगों को जोरदार झटका लगा है। इसके अलावा यदि आपको 10 किलो आटे की बोरी चाहिए तो वह आपको मात्र 3100 रुपए की मिल जायेगी। इसी प्रकार खाने-पीने की कई चीजों के दाम हजार रुपए किलो तक हो गये हैं। लेकिन हमने आपको अभी जिन चीजों के रेट बताये हैं वह मिलेंगी तभी जब वह उपलब्ध हों क्योंकि पाकिस्तान इस समय भीषण खाद्य संकट, पेट्रोल-डीजल की कमी और बिजली संकट का सामना कर रहा है। साथ ही चूंकि पाकिस्तानी रुपये की कीमत अपने सर्वकालिक निचले स्तर तक पहुँच गयी है इसीलिए हमने आपको जो कीमतें बताई हैं वह और भी ज्यादा निकलेंगी।

इसके अलावा पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने अपनी प्रमुख नीतिगत दर में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है जिससे उधारी दर 26 साल के उच्चतम स्तर यानि 20 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यानि दूसरे देशों से कर्ज मांगने में जुटे पाकिस्तान में लोगों को बैंक से लोन लेना और महंगा हो गया है। हम आपको बता दें कि पाकिस्तान में सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाहें देने के पैसे नहीं बचे हैं और निजी कंपनियों को भी अपना कारोबार समेटना पड़ रहा है और छंटनी करनी पड़ रही है क्योंकि पाकिस्तानी रुपए में भारी गिरावट के चलते कंपनियों को बहुत नुकसान हो रहा है। इस सबके चलते पाकिस्तान में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही नहीं, पाकिस्तान के पास अब दवाओं का भी अकाल पड़ गया है जिससे अस्पतालों में कोहराम मचा हुआ है। दरअसल पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार नहीं बचा है जिसके कारण वह बाहर से दवाओं और मेडिकल उपकरणों का आयात नहीं कर पा रहा है। हम आपको बता दें कि आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 1.1 अरब डॉलर की मदद हासिल करने के लिए कई कड़े फैसले करने पड़े हैं जिससे जनता पर बोझ बढ़ता ही जा रहा है।

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इसके अलावा, पाकिस्तान में बिजली कटौती के चलते शाम से ही सड़कों पर अंधेरा हो जाता है, दुकानें और मॉल रात आठ बजे तक बंद हो जाते हैं, निकाह या अन्य समारोह रात में करने की मनाही है। पाकिस्तानी लोगों को यह चिंता भी सता रही है कि यदि बिजली कटौती का यही आलम रहा तो गर्मी के मौसम में उसका क्या हाल होगा। एक तो बिजली है नहीं, दूसरा अगर मिलती भी है तो वह इतनी महंगी हो गयी है कि आम आदमी के लिए बिजली का बिल वहन कर पाना मुश्किल हो गया है।

इस बीच, इस प्रकार की भी खबरें हैं कि पाकिस्तान सरकार और सेना के बीच आर्थिक मुद्दों को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि सरकार ने सेना के बजट में कटौती की है जिस पर सेना के अधिकारी भड़क गये हैं। रावलपिंडी में तो इस प्रकार की भी खबरें हैं कि यदि हालात और बिगड़े तो सेना दखल दे सकती है। लेकिन सेना फिलहाल ऐसा करने के मूड़ में नजर नहीं आ रही है क्योंकि हाल में कई सैन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते देश में फौज की छवि खराब हुई है साथ ही पाकिस्तानी सेना को यह भी दिख रहा है कि सरकार का खजाना खाली है। इसलिए यदि उसने शासन अपने हाथ में लिया तो मुश्किल बढ़ सकती है क्योंकि आईएमएफ या अन्य वित्तीय संस्थान कर्ज संबंधी बातचीत के लिए निर्वाचित सरकार को ही महत्व देते हैं।

बहरहाल, पाकिस्तान में मीडिया और सोशल मीडिया पर लोग अपनी ही सरकार को कोस रहे हैं और भारत के नेतृत्व को खूब सराह रहे हैं। पाकिस्तानी कह रहे हैं कि भारत ने कोरोना महामारी के दौरान मुश्किल हालात को अच्छे से संभाला और वर्तमान में विश्व की एक मजबूत आर्थिक और सैन्य शक्ति के रूप में उभरा है। पाकिस्तानी लोग इस समय अपने सोशल मीडिया अकाउंटों के जरिये भारत में पेट्रोल, डीजल, गैस और बिजली की कीमतों को शेयर करते हुए दुआ कर रहे हैं कि यदि अगली बार उनका जन्म दक्षिण एशिया में ही हो तो वह देश भारत हो।

-नीरज कुमार दुबे

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