Exclusive Interview: गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ने अपनी सफाई में क्या कहा

Ajay Mishra
डॉ. रमेश ठाकुर । Oct 11 2021 11:18AM

''सारे सबूत हमारे पास हैं। हिंसक घटना के वक्त मेरा बेटा कहां था जिसके वीडियो, फोटो और लोकेशन आदि सबूतों को क्राइम ब्रांच को सौंपा जा चुका है। अब कोर्ट तय करेगा। मुझे उम्मीद है कि मैं और मेरा परिवार इस कांड से बेगुनाह साबित होएगा।''

लखीमपुर खीरी की घटना ने देश को झकझोर दिया है, बेरहमी के साथ किसानों का कुचला गया। आरोप सीधे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्रा पर लग रहे हैं। लेकिन दोनों अपने पर लगे आरोपों को निराधार और विपक्षी नेताओं की साजिश बता रहे हैं। अपराध शाखा ने फिलहाल आशीष मिश्रा को पूछताछ के बाद अरेस्ट किया है। लेकिन देश में आक्रोश फिर भी बना हुआ है। आगामी यूपी चुनावों में इस घटना का कितना बुरा असर पड़ सकता है इससे संबंधित सवालों को लेकर डॉ. रमेश ठाकुर ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा से बातचीत की। वार्ता के दौरान उन्होंने खुद को बेकसूर बताते हुए अपनी सफाई पेश की। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश-

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प्रश्न- घटना को लेकर क्या आपको पहले से कुछ अंदेशा था?

उत्तर- बिल्कुल भी नहीं। बीते चालीस वर्षों से हमारे पैतृक गांव में दंगल व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन होते आए है जिसमें हमारे आमंत्रण पर देश-प्रदेश से राजनेताओं का आना जाना रहा है। इस बार भी उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को आना था। इतना मुझे पता चल गया था कि उनके आने से पूर्व किसानों ने काले झंड़ों को दिखाने की योजना बना रखी है। ये बात मैंने जिला प्रशासन को बताई, तो उन्होंने पहले से तय रूट को बदल दिया, ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं घटे। लेकिन उसके बावजूद भी किसानों ने घटना को अंजाम दिया।

प्रश्न- क्या घटना में आपकी ही गाड़ी का इस्तेमाल हुआ था?

उत्तर- देखिए, थार मेरे नाम पर ही पंजीकृत है। लेकिन उसे चला मेरा चालक रहा था तब कुछ कार्यकर्ता भी साथ थे। जो है उसे मैं इंकार नहीं कर रहा हूं, मीडिया में पहले ही बता चुका हूं। बेटा अपराध शाखा की हिरासत में है, कानून अपना काम निष्पक्ष ढंग से कर रहा है, जिसमें मेरा किसी भी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं है। मैं मंत्री हूं इसका मतलब ये नहीं कि कुछ भी कर सकता हूं। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। घटना में जो संलिप्त है उसे सजा मिलनी चाहिए।

प्रश्न- बेटा निर्दोष साबित हो इसके लिए आप किस तरह के प्रयास करेंगे?

उत्तर- अजीब सवाल है आपका। मैं किसी तरह का प्रयास नहीं करूंगा। सारे सबूत हमारे पास हैं। हिंसक घटना के वक्त मेरा बेटा कहां था जिसके वीडियो, फोटो और लोकेशन आदि सबूतों को क्राइम ब्रांच को सौंपा जा चुका है। अब कोर्ट तय करेगा। मुझे उम्मीद है कि मैं और मेरा परिवार इस कांड से बेगुनाह साबित होएगा। हम पर पहले भी ऐसे आरोप लगते रहे हैं। हर बार विरोधियों को ही मुंह की खानी पड़ी है, इस बार भी वैसा ही होगा।

प्रश्न- दिल्ली गृह मंत्रालय से आपको कोई दिशा-निर्देश दिए गए हैं?

उत्तर- मामला स्टेट का है जिसे योगी सरकार अच्छे से हैंडल कर रही है। मैं दिल्ली गया था अपनी बातें रख दी हैं। बाकी जो आदेश मेरे लिए पारित होगा उसे सिर आंखों पर रखा जाएगा। मैं फिर भी यही कहना चाहूंगा कि इस मसले पर विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए। घटना निश्चित रूप से बहुत दुखद है, जिसकी हम निंदा करते हैं। किसानों के प्रति मेरी हमेशा से सहानुभूति रही है। मैं खुद किसान परिवार से हूं। राजनीति से पहले परिवार इसी पेशे से जुड़ा था।

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प्रश्न- आपका एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था जिसमें आप लोगों को धमका रहे हैं?

उत्तर- वह वीडियो एडिट करके वायरल किया गया, पूरा वीडियो देखेंगे तो आप समझ जाएंगे। मैंने अराजक तत्वों को सावधान किया है। मेरा गांव नेपाल बॉर्डर पर है जहां दोनों तरफ से अमानवीय हरकत होती रही हैं, मैंने ऐसे लोगों पर प्रशासन के सहयोग से लगाम लगाई है। वीडियो में बस मैं यही कह रहा हूं कि अराजक लोग पलिया में क्या लखीमपुर में भी नहीं रह सकते। लेकिन विपक्षी लोगों ने उस वीडियो का फसाना ही बना दिया।

प्रश्न- पूरे घटनाक्रम के बाद अब आपका अगला कदम क्या होगा?

उत्तर- मैं अपने कार्यालय में लोगों की जनसमस्याएं सुन रहा हूं, मंत्रालय का काम देख रहा हूं। आगामी चुनाव की रणनीति में व्यस्त हूं। हमें डरने की जरूरत इसलिए नहीं है क्योंकि घटना से हमारा कोई संबंध नहीं? मुझे तो ऐसा लगता है कि घटना को अंजाम देने के लिए लोगों ने पहले से प्लानिंग कर रखी थी। खैर, अब जांच शुरू हो गई है। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

  

प्रश्न- विपक्ष आपके इस्तीफे की मांग पर अड़ा है?

उत्तर- मुझे कभी भी किसी पद-प्रतिष्ठा का मोह नहीं रहा। मैं तत्परता के साथ लोगों के दुख-सुख में शामिल होता हूं। मेरी कोशिश यही रहती है कि अपने काम में शत प्रतिशत दूं। बाकी जीवन का एक उसूल रहा कि अपना काम करते जाओ, विरोधियों की परवाह न करें। लेकिन इतना तय है जिस दिन घटना की असल सच्चाई सामने आएगी, विपक्षी नेता नंगे हो जाएंगे।

-प्रस्तुतिः डॉ. रमेश ठाकुर

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