Chai Par Sameeksha: थरूर को मोदी पर गुरूर, कांग्रेस को ये नहीं मंजूर

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से शशि थरूर लगातार भारत सरकार के समर्थन में मजबूती से खड़े रहे हैं। लेकिन कांग्रेस कई फैसलों को लेकर सवाल खड़ी करती रही है। शशि थरूर के काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोलंबिया को अपनी बात से पलटना पड़ा है।
प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में हमेशा की तरह हमारे संपादक नीरज कुमार दुबे मौजूद रहे। इस सप्ताह हमने कांग्रेस और शशि थरूर को लेकर चल रही चर्चा पर बातचीत की है। हमने पूछा कि आखिर शशि थरूर को लेकर कांग्रेस दो गुटों में क्यों बढ़ी हुई नजर आ रही है? कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इतनी राजनीति क्यों कर रही है? इसके जवाब में नीरज दुबे ने कहा कि शशि थरूर को लेकर कांग्रेस में नाराजगी तब से है जब से उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ लिया था। इसे गांधी परिवार के खिलाफ माना गया था। इस दौरान शशि थरूर ने कई बड़े और गंभीर आरोप भी पार्टी पर लगाए थे। यही कारण है कि गांधी परिवार के जो लोग करीबी हैं वह इस टीस को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। इस बार उन्हें मौका भी मिल गया है।
प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने साफ तौर पर कहा कि शशि थरूर जो कुछ भी बोल रहे हैं, वह देश के लिए बोल रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ राजनीति कर रही है। इसके साथ ही नीरज दुबे ने कहा कि कांग्रेस में यह जब भी लगने लगता है कि कोई नेता गांधी परिवार से ज्यादा ऊपर जा रहा है या ज्यादा चर्चा में है, उसके पर काटने की शुरुआत कर दी जाती है। शशि थरूर के साथ भी यही हो रहा है। कांग्रेस में केरल लॉबी पूरी तरीके से हावी है। केरल से फिलहाल प्रियंका गांधी सांसद भी है। ऐसे में शशि थरूर के लोकप्रियता को कांग्रेस कैसे बर्दाश्त कर पाएगी। नीरज दुबे ने उदाहरण देते हुए कहा कि राहुल गांधी के जितने करीबी युवा और काबिल नेता थे, आज देखिए वह कहां है। उन सभी ने कांग्रेस छोड़ दिया। प्रियंका गांधी वायनाड से सांसद चुनी गई हैं। लेकिन राज्य में शशि थरूर उनसे ज्यादा लोकप्रिय हैं।
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प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने यह भी कहा कि शशि थरूर कांग्रेस में रहे या कांग्रेस से बाहर रहे, उनके पास खोने के लिए बहुत कुछ नहीं है। लेकिन वह अपने के लिए बहुत कुछ काबिलियत रखते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सभी पार्टियों ने यह तो जरूर कहा था कि हम सरकार के साथ है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से शशि थरूर लगातार भारत सरकार के समर्थन में मजबूती से खड़े रहे हैं। लेकिन कांग्रेस कई फैसलों को लेकर सवाल खड़ी करती रही है। शशि थरूर के काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोलंबिया को अपनी बात से पलटना पड़ा है। सलमान खुर्शीद जैसे नेता 370 हटाने के निर्णय की सराहना कर रहे हैं। नीरज दुबे ने कहा कि संसदीय प्रतिनिधिमंडल जिन देशों में गया है वहां पाकिस्तान को अलग-अलग करने की कोशिश में कामयाबी हासिल की है। भले ही देश में किसी बात को लेकर राजनीति हो रही हो। उन्होंने कहा कि भारत ने फिलहाल पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है।
प्रभासाक्षी के संपादक नीरज दुबे ने कहा कि कांग्रेस लगातार सवाल पूछ रही है कि हमारा क्या नुकसान हुआ है। लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हमारे दुश्मन के मन में डर बैठ गया है। ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में सब कुछ सभी को बता देना ठीक नहीं होता है। हमारी सेना ने अपना शौर्य दिखाया है। ऐसे में सेना के साथ खड़ा रहना हर भारतीय का कर्तव्य होना चाहिए। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं, उसको लेकर भी नीरज दुबे ने जवाब दिया। नीरज दुबे ने कहा कि हमें अपने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान को सुनना चाहिए। राजनाथ सिंह कहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर एक दिन अपने आप भारत में मिल जाएगा। हमें बहुत ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है।
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