शतरंज को लोकप्रिय बनाने के लिये ओलंपियाड से पहले टूर्नामेंट आयोजित करेगा एआईसीएफ

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यह एआईसीएफ की स्कूलों में शतरंज परियोजना का हिस्सा है जिसे राज्य संघों के माध्यम से और तमिलनाडु सरकार के समर्थन से संचालित किया जाएगा।

चेन्नई| अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) 44वें शतरंज ओलंपियाड को बढ़ावा देने और खेल को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से देश भर में स्कूली बच्चों के लिए टूर्नामेंट आयोजित करेगा। एआईसीएफ की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार महासंघ अगले कुछ महीनों में पूरे भारत में स्कूली बच्चों के लिए राज्य स्तरीय टूर्नामेंट आयोजित करेगा।

इससे वह 268 बच्चों का चयन करेगा जिन्हें शतरंज के अंतरराष्ट्रीय सितारों के साथ बातचीत करने और यहां महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त के बीच होने वाली दुनिया की सबसे बड़ी शतरंज प्रतियोगिता को देखने का मौका मिलेगा।

यह एआईसीएफ की स्कूलों में शतरंज परियोजना का हिस्सा है जिसे राज्य संघों के माध्यम से और तमिलनाडु सरकार के समर्थन से संचालित किया जाएगा।

शतरंज ओलंपियाड से पहले होने वाले इस टूर्नामेंट पर कुल 86 लाख रुपये का खर्च आएगा। शतरंज ओलंपियाड के निदेशक भरत सिंह चौहान ने कहा, ‘‘हम युवा पीढ़ी को शतरंज की ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य इस परियोजना में कम से कम 30 हजार विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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