ग्लेन मैक्सवेल और एलेक्स कारे की साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड से जीती वनडे सीरीज

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टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे इंग्लैंड ने स्टार्क की मैच की पहली दो गेंदों पर दो विकेट गंवा दिये थे। लेकिन बेयरस्टॉ ने 126 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 112 रन की पारी खेली और इंग्लैंड को चार विकेट पर 90 रन की खराब स्थिति से उबारा।

मैनचेस्टर। ग्लेन मैक्सवेल और एलेक्स कारे के शतकों और 212 रन की साझेदारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड पर 303 रन का रिकार्ड लक्ष्य दो गेंद बाकी रहते हासिल करके इंग्लैंड को एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में हरा दिया। मिशेल स्टार्क ने निर्णायक मैच की पहली दो गेंद पर ही विकेट लेकर मैच की शुरूआत की और विजयी चौका भी उन्हीं के बल्ले से निकला। विश्व चैम्पियन इंग्लैंड की 2015 के बाद किसी घरेलू द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला में यह पहली हार है। मैनचेस्टर में यह रिकार्ड लक्ष्य था। इससे पहले 1986 में इंग्लैंड ने 60 ओवर के मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट पर 286 रन बनाये थे। इंग्लैंड के सात विकेट पर 302 रन के जवाब में आस्ट्रेलिया के पांच विकेट 73 रन पर निकल गए। इसके बाद कारे और मैक्सवेल ने छठे विकेट के लिये एक दिवसीय क्रिकेट के इतिहास की छठी सबसे बड़ी साझेदारी करके पासा पलट दिया। कारे ने 114 गेंद में 106 रन बनाये जबकि मैक्सवेल ने 90 गेंद में 108 रन जोड़े। मैक्सवेल 15 गेंद बाकी रहते आउट हो गए जब आस्ट्रेलिया को दो ओवर में 14 रन की जरूरत थी। वहीं कारे भी सात गेंद बाकी रहते अपना विकेट गंवा बैठे। स्टार्क उस समय क्रीज पर आये जब लेग स्पिनर आदिल रशीद के आखिरी ओवर में आस्ट्रेलिया को 10 रन की जरूरत थी। उन्होंने पहली ही गेंद पर दक्का लगाया। दो सिंगल लेने के बाद चौका लगाकर उन्होंने टीम को तीन विकेट से जीत दिलाई। इससे पहले जॉनी बेयरस्टॉ के शतक की मदद से इंग्लैंड ने खराब शुरुआत से उबरकर सात विकेट पर 302 रन का मजबूत स्कोर बनाया।

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टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे इंग्लैंड ने स्टार्क की मैच की पहली दो गेंदों पर दो विकेट गंवा दिये थे। लेकिन बेयरस्टॉ ने 126 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 112 रन की पारी खेली और इस बीच सैम बिलिंग्स (58 गेंदों पर 56) के साथ पांचवें विकेट के लिये 114 रन जोड़कर इंग्लैंड को चार विकेट पर 90 रन की खराब स्थिति से उबारा। क्रिस वोक्स (39 गेंदों पर नाबाद 53) ने फिर से अंतिम ओवरों में अच्छे रन जुटाये। आस्ट्रेलिया की तरफ से लेग स्पिनर एडप जंपा ने 51 रन देकर तीन विकेट लिये। स्टार्क शुरुआती सफलता के बाद प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। उन्होंने भी तीन विकेट लिये लेकिन इसके लिये 74 रन लुटाये। स्टार्क की मैच की पहली गेंद पर जैसन रॉय ने प्वाइंट पर ग्लेन मैक्सवेल को कैच दिया जबकि अगली गेंद पर उन्होंने जो रूट को पगबाधा आउट किया।

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मोर्गन ने उनकी हैट्रिक नहीं बनने दी लेकिन वह भी क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बावजूद लंबी पारी नहीं खेल पाये। जंपा ने 11वें ओवर में गेंद संभाली और अपनी दूसरी गेंद पर ही मोर्गन की 23 रन की पारी और बेयरस्टॉ के साथ उनकी 67 रन की साझेदारी का अंत कर दिया। जोस बटलर (आठ) श्रृंखला के तीसरे मैच में दोहरे अंक में पहुंचने में नाकाम रहे और जंपा की गेंद पर कवर पर कैच देकर पवेलियन लौटे। बटलर तीन वनडे में केवल 12 रन बना पाये। बेयरस्टॉ और पहले मैच में शतक जड़ने वाले बिलिंग्स ने आस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया। इस साझेदारी को जंपा ने तोड़ा लेकिन तब बिलिंग्स ने रिवर्स स्वीप करके अपनी गलती से विकेट गंवाया था। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाये। कमिन्स ने गति में परिवर्तन करके खूबसूरत गेंद पर बेयरस्टॉ की गिल्लियां बिखेरकर आस्ट्रेलिया को डेथ ओवरों से पहले बड़ी राहत दिलायी। इसके बाद वोक्स ने अच्छी जिम्मेदारी संभाली और अपनी पारी में छह चौके लगाये तथा इस बीच अपना पांचवां वनडे अर्धशतक पूरा किया। टॉम कुर्रेन ने 19 और आदिल राशिद ने नाबाद रन का योगदान दिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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