बड़े भाई क्रुणाल ने की हार्दिक पांड्‌या की तारीफ कहा, क्रिकेट हमेशा उसकी प्राथमिकता रही

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हार्दिक को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिये निलंबन झेलना पड़ा था।इसके अलावा पीठ की चोट के कारण भी वह बाहर रहे लेकिन विश्व कप से पहले यह आलराउंडर अपनी पूरी लय में लौट आया है और क्रुणाल ने इसका श्रेय मैदान से बाहर रहने के दौरान लगातार अपने खेल पर काम करते रहने को दिया।

नयी दिल्ली। पिछले कुछ समय से विवादों के कारण चर्चा में रहे हार्दिक पंड्या की कड़ी मेहनत, कार्य के प्रति समर्पण और आत्मविश्वास की जमकर तारीफ करते हुए उनके बड़े भाई क्रुणाल पंड्या ने गुरुवार को यहां कहा कि क्रिकेट हमेशा उनके छोटे भाई की प्राथमिकता रही। हार्दिक को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिये निलंबन झेलना पड़ा था।इसके अलावा पीठ की चोट के कारण भी वह बाहर रहे लेकिन विश्व कप से पहले यह आलराउंडर अपनी पूरी लय में लौट आया है और क्रुणाल ने इसका श्रेय  मैदान से बाहर रहने के दौरान लगातार अपने खेल पर काम करते रहने  को दिया।

क्रुणाल ने मुंबई इंडियन्स की दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल मैच में 40 रन से जीत के बाद संवाददाताओं से कहा,   हार्दिक चोट और जो मसला (विवाद) हुआ था, उस वजह से जब सात—आठ महीने बाहर रहा तो उसने तब अपनी फिटनेस पर बहुत काम किया। हार्दिक के साथ मैंने बचपन से क्रिकेट खेली है और वह इस तरह का खिलाड़ी है जिसकी जिंदगी में क्रिकेट हमेशा प्राथमिकता रहा चाहे कुछ भी हो। काम के प्रति उस जैसा समर्पण मैंने बहुत कम खिलाड़ियों में देखा है। वह बेहद कड़ी मेहनत करता है। उन्होंने कहा कि चोट और विवाद के बावजूद हार्दिक हताश नहीं हुआ और लगातार अपने खेल पर काम करता रहा। 

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क्रुणाल ने कहा की हमेशा उसका या हमारा उद्देश्य अपने खेल में सुधार करना होता है क्योंकि लगातार सुधार करने से आपके खेल में निरंतरता आती है। इसलिए जब वह मैदान से बाहर रहा तो उसने इस दौरान अपने खेल पर काम किया और आज उसे इसका परिणाम मिल रहा है। उन्होंने कहा की हार्दिक की मुझे सबसे अच्छी बात यह लगती है कि वह कभी हार नहीं मानता और जब क्रिकेट की बात आती है तो वह उसके प्रति पूरा समर्पित होता है। जब वह 14—15 साल का था तब से उसकी प्राथमिकता केवल क्रिकेट रही है। क्रुणाल ने कहा कि वह अपने से तीन साल छोटे हार्दिक से काफी कुछ सीखते हैं क्योंकि वह किसी भी चीज का हमेशा सकारात्मक पक्ष देखते हैं। 

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उन्होंने कहा की अगर आप देखो तो उसने हर साल अपने खेल में नयी चीज जोड़ी है। वह आत्मविश्वास से भरा रहता है। मैंने उससे काफी कुछ सीखा है। किसी भी तरह की परेशानी में खुद को कैसे प्रेरित करना है, यह मैंने उससे सीखा है। वह हमेशा चीजों के सकारात्मक पक्ष पर गौर करता है। वह खुद पर संदेह नहीं करता। यह उसका एक विशेष गुण है दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ दोनों पंड्या बंधुओं ने अंतिम ओवरों में तेजी से रन बटोरे और पांचवें विकेट के लिये 54 रन की साझेदारी की जो आखिर में निर्णायक साबित हुई। हार्दिक ने 15 गेंदों पर 32 रन बनाये जिससे मुंबई पांच विकेट पर 168 रन बनाने में सफल रहा। 

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क्रुणाल ने कहा,  यह काफी मुश्किल विकेट था। जब हार्दिक खेल रहा था तो उसने लगभग 200 के स्ट्राइक रेट से रन बनाये। उसने पूरा परिदृश्य बदला। हम यह मानकर चल रहे थे कि 140 रन इस विकेट पर अच्छा स्कोर होगा लेकिन हमने जितना सोचा था उससे 20—30 रन अधिक बनाने में सफल रहे। सूर्यकुमार (यादव) के साथ मेरी साझेदारी महत्वपूर्ण रही। इससे हार्दिक के लिये अच्छा मंच तैयार हुआ। क्रुणाल ने गेंदबाजी करते हुए केदार जाधव जैसा एक्शन अपनाया। इस बारे में उन्होंने कहा, जिस तरह से टी20 प्रारूप आगे बढ़ रहा है उसमें आपको लगातार कुछ न कुछ अलग करना होगा। अब हर बल्लेबाज लंबे शाट खेलने में माहिर है और आपको कुछ नये प्रयोग करने होते हैं और वही मैंने किया। 

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