स्क्वाश नहीं बैटमिंटन था अनाहत का पसंदीदा खेल ! 14 वर्षीय खिलाड़ी ने जीत के साथ CWG गेम्स का किया आगाज, जानिए इनके बारे में सबकुछ

Anahat Singh
ANI Image

कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की नन्ही परी अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगी। अनाहत सिंह ने स्क्वैश में कई ट्राफियां जीती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक युवा स्क्वैश खिलाड़ी ने अभी तक कोई भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेला है। ऐसे में वो कॉमनवेल्थ गेम्स के माध्यम से बड़े टूर्नामेंट में डेब्यू कर रही हैं।

लंदन। बर्मिंघन में शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार शुरुआत की है। आपको बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में 215 भारतीय खिलाड़ियों के दल ने हिस्सा लिया है। जिसमें सबसे कम उम्र की नन्ही परी अनाहत सिंह भी शामिल हैं। अनाहत सिंह अपनी उम्र की वजह से सबसे ज्यादा सर्च की जा रही हैं। ऐसे में हम आपको अनाहत सिंह से जुड़ी हर एक जानकारी देने वाले हैं। अनाहत सिंह ने कॉमनवेल्थ गेम्स में जीत के साथ शुरुआत की है। उन्होंने अपने पहले मुकाबले को 11-5, 11-2, 11-0 से जीता है।

इसे भी पढ़ें: CWG 2022 में भारतीय महिला हॉकी टीम की शानदार शुरुआत, घाना को 5-0 से किया परास्त 

कौन हैं अनाहत सिंह ?

कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की नन्ही परी अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगी। अनाहत सिंह ने स्क्वाश में कई ट्राफियां जीती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक युवा स्क्वैश खिलाड़ी ने अभी तक कोई भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेला है। ऐसे में वो कॉमनवेल्थ गेम्स के माध्यम से बड़े टूर्नामेंट में डेब्यू कर रही हैं। अनाहत सिंह ने ब्रिटिश, जर्मन और डच जूनियर ओपन और एशियाई चैंपियनशिप में अपना जलवा बिखरते हुए कई ट्राफियां जीती थी।

अनाहत सिंह अपने राष्ट्रीय चयन परीक्षणों में प्रभावशाली रहीं और उनके प्रदर्शनों के चलते ही उन्हें बर्मिंघम का टिकट मिला। कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत से पहले अनाहत सिंह ने ईएसपीएन के साथ बातचीत में कहा था कि मैं इस तरह के अनुभवी खिलाड़ियों के साथ शिविर में होने के बारे में चिंतित थी, लेकिन वे वास्तव में प्यारे और मददगार थे, उन्होंने मुझे सही तरीके से फिट करने में मदद की।

अनाहत सिंह ने 6 साल की उम्र में पहली बार बैडमिंटन को अपना पसंदीदा खेल बनाया था। हालांकि, दो साल बाद उन्होंने स्क्वाश खेलना शुरू किया। दरअसल, अनाहत की बहन अमीरा दिल्ली के सिरी फोर्ट में स्क्वाश खेला करती थीं। ऐसे में अनाहत का भी स्क्वाश में मन लग गया और देखते ही देखते उन्होंने अपनी प्रतिभा को निखारते हुए स्क्वाश में अपना नाम बनाया। 8 साल की उम्र में अनाहत ने कोचिंग लेना शुरू किया था और देशभर में होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया करती थी।

इसे भी पढ़ें: CWG 2022: बर्मिंघम में जीतेगा तो भारत ही... खिलाड़ियों ने किया शानदार आगाज... पढ़ें सभी अपडेट्स 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 14 वर्षीय खिलाड़ी ने बताया कि वो अपनी बहन के साथ जाया करती थी और 15-20 मिनट तक हिट किया करती थी। हालांकि मैं बैटमिंटन खेलती थी... मेरी बहन बंगाल में एक टूर्नामेंट खेल रही थी और मैं साथ गई थी। वहां पर मैंने एंट्री की और फिर मैंने स्क्वाश खेलना शुरू किया और खूब अभ्यास किया।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़