Ganimat and Darshana ने महिला स्कीट में ऐतिहासिक रजत और कांस्य पदक जीता
गनीमत और ओरिनबे ने 60 शॉट के फाइनल में 50-50 अंक बटोरे। शूटआउट में गनीमत दो में से एक लक्ष्य पर निशाना को लगाने में चूक गयी जबकि ओरिनबे ने अपने दोनों लक्ष्य पर निशाना साधा। यह गनीमत का दूसरा व्यक्तिगत विश्व कप पदक था जबकि दर्शना ने सीनियर स्तर के अपने पहले फाइनल में ही पदक पक्का किया।
गनीमत सेखों के रजत और दर्शना राठौड़ के कांस्य पदक के साथ भारत ने मंगलवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में सीनियर स्तर पर महिला स्कीट में पहली बार दो पदक जीते। कजाखस्तान की स्थानीय दावेदार एसेम ओरिनबे ने शूट-ऑफ के गनीमत को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीता। गनीमत और ओरिनबे ने 60 शॉट के फाइनल में 50-50 अंक बटोरे। शूटआउट में गनीमत दो में से एक लक्ष्य पर निशाना को लगाने में चूक गयी जबकि ओरिनबे ने अपने दोनों लक्ष्य पर निशाना साधा। यह गनीमत का दूसरा व्यक्तिगत विश्व कप पदक था जबकि दर्शना ने सीनियर स्तर के अपने पहले फाइनल में ही पदक पक्का किया।
इससे पहले प्रतियोगिता के दूसरे दिन दर्शना ने 120 के स्कोर के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते छह महिलाओं के फाइनल के लिए दूसरे स्थान के साथ क्वालीफाई किया। गनीमत 117 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रही। ओरिनबे 121 अंक के साथ तालिका में शीर्ष पर रही। फाइनल में 30 निशाने के बाद चार प्रतियोगिता बच गये जिसमें 25 अंक के साथ दर्शना शीर्ष पर थी जबकि ओरिनबे 24 अंक के साथ दूसरे स्थान पर थी। दर्शना चेक गणराज्य की बारबोरा के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थी। अगले 10 निशाने के बाद बारबोरा खिताबी दौड़ से बाहर हो गयी और भारत के लिए ऐतिहासिक दो पदक पक्के हो गया। पुरुषों की स्कीट में तीनों भारतीयों में से किसी ने भी फाइनल में जगह नहीं बनाई। मेराज खान (119 अंक) के साथ 16वें जबकि गुरजोत खंगुरा इसी स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहे। अनंतजीत सिंह नरूका 118 अंक के साथ और पीछे रहे।
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