हरमनप्रीत के चार गोल के दम पर भारत ने रिकॉर्ड अंतर से पाकिस्तान को पीटा

Captain Harmanpreet Singh
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हरमनप्रीत ने इसे भी गोल में बदला और टीम ने 5-0 की बढ़त बना ली। रेफरी ने इसे पेनल्टी कॉर्नर करार दिया था लेकिन रेफरल लेने के बाद यह पेनल्टी स्ट्रोक में बदल गया। भारत ने इसके बाद एक के बाद एक कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये। हरमनप्रीत ने शानदार ड्रैग फ्लिक से मैच में अपना चौथा गोल किया। वरुण, शमशेर और ललित ने भी इसके बाद गोल दागे। वरुण ने मैच खत्म होने से छह मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।

कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चार गोल किये जिससे भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई खेलों के पूल ए के एकतरफा मैच में शनिवार को यहां चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। पाकिस्तान के खिलाफ गोल अंतर के हिसाब से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है। हरमनप्रीत ने 11वें, 17वें, 33वें और 34वें मिनट में गोल किये जबकि वरुण कुमार (41वें और 54वें) ने दो गोल किए। मनदीप सिंह (आठवें), सुमित (30वें), शमशेर सिंह (46वें) और अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे ललित कुमार उपाध्याय (49वें)गोल करने वाले अन्य खिलाड़ी रहे।

पूरी तरह से भारतीय दबदबे वाले मुकाबले में मोहम्मद खान (38वें) और अब्दुल राणा (45वें) ने गोल कर पाकिस्तान के हार के अंतर को कम किया। यह दोनों टीमों के बीच 180वां मैच था और आठ गोल के अंतर से मिली जीत भारत-पाकिस्तान हॉकी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत है। पाकिस्तान के खिलाफ भारत की इससे पहले सबसे बड़ी जीत का अंतर 2017 में 7-1 था। पाकिस्तान ने भी इसी अंतर से भारत के खिलाफ सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। पाकिस्तान ने यह नतीजा 1982 में दिल्ली में हुए एशियाई खेलों के फाइनल में हासिल किया था। भारत ने इस तरह शनिवार के मैच में 41 साल पहले की उस अपमानजनक हार का बदला ले लिया।

भारतीय टीम ने लगातार चार जीत के बाद 12 अंक के साथ पूल ए में अपना शीर्ष स्थान पक्का कर लिया है। टीम को पूल के अपने आखिरी मुकाबले में दो अक्टूबर को बांग्लादेश का सामना करना है।  भारतीय टीम ने मैच के आठवें मिनट में ही बढ़त बना ली। अभिषेक के शानदार प्रयास को मनदीप ने गोल में बदल दिया।   पाकिस्तान ने इसके बाद जवाबी हमला करते हुए पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन मैच के 11वें मिनट में उसके प्रयास को भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने विफल कर दिया। इस समय भारतीय टीम ने पेनल्टी स्ट्रोक हासिल किया और हरमनप्रीत ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। मैच के दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट का अपना छठा गोल किया। उन्होंने 17वें मिनट में भारतीय टीम के पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।

पाकिस्तान की टीम बायीं ओर से आक्रमण कर रही थी लेकिन टीम भारतीय गोल पोस्ट के पास पहुंचने के लिए संघर्ष कर रही थी। टीम ने 28वें मिनट में अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने शानदार बचाव किया। इस क्वार्टर के आखिरी क्षणों में सुमित के रिवर्स शॉट पर किये गये गोल ने भारत की 4-0 से आगे कर दिया। पाकिस्तान ने हालांकि इसके खिलाफ रेफरल का इस्तेमाल किया लेकिन टीम को कोई फायदा नहीं हुआ। मध्यांतर के बाद तीसरे मिनट में गेंद पाकिस्तान के खिलाड़ी के पैर से टकरा गयी और भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला।

हरमनप्रीत ने इसे भी गोल में बदला और टीम ने 5-0 की बढ़त बना ली। रेफरी ने इसे पेनल्टी कॉर्नर करार दिया था लेकिन रेफरल लेने के बाद यह पेनल्टी स्ट्रोक में बदल गया। भारत ने इसके बाद एक के बाद एक कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये। हरमनप्रीत ने शानदार ड्रैग फ्लिक से मैच में अपना चौथा गोल किया। वरुण, शमशेर और ललित ने भी इसके बाद गोल दागे। वरुण ने मैच खत्म होने से छह मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।

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