Lovlina, Sakshi महिला विश्व मुक्केबाजी के क्वार्टर फाइनल में

Lovlina
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लवलीना के साथ सोमवार को यहां साक्षी (52 किग्रा) ने भी 5-0 की दमदार जीत के साथ अंतिम आठ में अपनी जगह सुनिश्चित की। लवलीना ने जहां मेक्सिको की वनेसा ओर्टिज को पछाड़ा, वहीं साक्षी ने कजाखस्तान की जजीरा उराबायेवा को मात दी।

तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने अभियान की शुरुआत जीत से करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। लवलीना के साथ सोमवार को यहां साक्षी (52 किग्रा) ने भी 5-0 की दमदार जीत के साथ अंतिम आठ में अपनी जगह सुनिश्चित की। लवलीना ने जहां मेक्सिको की वनेसा ओर्टिज को पछाड़ा, वहीं साक्षी ने कजाखस्तान की जजीरा उराबायेवा को मात दी। भारतीय अभियान को हालांकि प्रीति की हार से झटका लगा। उन्हें करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।

टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में प्रीति की जगह को लेकर विवाद हो गया था क्योंकि वह उसने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में खिताब नहीं जीता था। इस 19 साल की खिलाड़ी ने 54 किग्रा वर्ग में दमदार प्रदर्शन किया लेकिन पिछले साल की रजत पदक विजेता थाईलैंड की जितपोंग जुटामास से रोमांचक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। पिछले सत्र में 52 किग्रा वर्ग में पदक जीतने वाले थाईलैंड की खिलाड़ी ने प्रीति को 4-3 से मात दी। यह मुकाबला इतना करीबी था कि आखिरी नतीजे के लिए रिव्यू का सहारा लेना पड़ा।

प्रीति ने आक्रामक शुरुआत करते हुए मुकाबले में पहले दौर के मुकाबले में 4-1 से बढ़त बनायी लेकिन अगले दो दौर में वह लय बनाये रखने में विफल रही। प्रीति ने कहा, ‘‘ मैंने इस बाउट से बहुत कुछ सीखा। मेरी प्रतिद्वंद्वी काफी मजबूत थी। मुझे और मेहनत करने की जरूरत है। मैं पहले दौर में आक्रामक थी और मुझे इसे जारी रखना चाहिए था और मुझे बाउट पर हावी होना चाहिए था।’’ लवलीना को 75 किग्रा के नये भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए पहले दौर में बाई मिली थी। उन्होंने अपना पहला मुकाबला जीतकर पदक की ओर कदम बढ़ाया।

विश्व चैंपियनशिप में दो बार की कांस्य पदक विजेता अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ थोड़ी रक्षात्मक दिखीं। लवलीना को अधिक लंबाई के कारण दूर से खेलने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उन्हें सटिक पंच लगाने में परेशानी हो रही थी। उन्होंने इस मुकाबले के बाद कहा, ‘‘ यह मेरी पहली बाउट थी, वह मुक्केबाज कद में मुझ से छोटी थी। मैं अपनी रणनीति को बनाये रखने के लिए संघर्ष कर रही थी।  मैं और बेहतर कर सकती थी। ’’

उन्होंने कहा,‘‘ विश्व चैम्पियनशिप में मैं पहली बार इस भार वर्ग में चुनौती पेश कर रही हूं। यह मुश्किल होगा क्योंकि अन्य मुक्केबाज पहले से ही इस भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। हमें देखना होगा कि किस प्रतिद्वंद्वी के साथ कैसे खेलना है। मुझे लगता है कि मैं बेहतर कर सकती हूं।’’ एशियाई चैम्पियनशिप 2021 की कांस्य पदक विजेता साक्षी ने अपने कद का पूरा फायदा उठाते हुए विरोधी मुक्केबाज पर जमकर मुक्के बरसाये। उसने उसे जवाबी हमले का मौका नहीं दिया।

उसने जीत के बाद कहा ,‘‘ मैंने उम्मीद से बेहतर खेला। वह अच्छी मुक्केबाज है और मुझे लगा कि करीबी मुकाबला होगा लेकिन मैं हावी रही।’’ दिन में प्रीति (54 किलो) अंतिम 16 का मुकाबला खेलेगी और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन 75 किलो के प्री क्वार्टर फाइनल में मेक्सिको की वेनेसा ओर्तिज से खेलेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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