निशानेबाजी के नाम पर राष्ट्रमंडल खेलों का बहिष्कार नहीं करना चाहिए: राय
पूर्व निशानेबाज जसपाल राणा ने 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी शामिल नहीं किये जाने पर भारत से इन खेलों का बहिष्कार करने की अपील की है लेकिन स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर गोल्ड कोस्ट जा रहे जीतू राय का मानना है कि ऐसा कोई भी कदम घातक होगा।
नयी दिल्ली। पूर्व निशानेबाज जसपाल राणा ने 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी शामिल नहीं किये जाने पर भारत से इन खेलों का बहिष्कार करने की अपील की है लेकिन स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर गोल्ड कोस्ट जा रहे जीतू राय का मानना है कि ऐसा कोई भी कदम घातक होगा। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने 2022 खेलों से निशानेबाजी को बाहर कर दिया है जिसमें भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। इसके बाद अपने जमाने के दिग्गज निशानेबाज राणा ने कहा था कि देश को इन खेलों का पूर्ण बहिष्कार करना चाहिए। गोल्ड कोस्ट में दस मीटर एयर रायफल और 50 मीटर फ्री पिस्टल में भारतीय चुनौती पेश करने जा रहे राय से जब पूछा गया कि क्या वह राणा की बात से इत्तेफाक रखते हैं तो उन्होंने इसके उलट जवाब दिया।
राय ने कहा, ‘‘केवल एक खेलों से निशानेबाजी को हटाया गया है। इसके बाद 2026 में निशानेबाजी की फिर से वापसी हो जाएगी। ऐसे में मुझे लगता है कि बहिष्कार करना सही नहीं होगा।’’ गोल्ड कोस्ट खेलों की अपनी तैयारियों के बारे में राय ने कहा कि उनका लक्ष्य केवल स्वर्ण पदक जीतना है और वह इसके लिये अपना सर्वश्रेष्ठ हासिल करने की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी तैयारियां बहुत अच्छी चल रही हैं। मैं पहले से बेहतर स्कोर कर रहा हूं और पूरी उम्मीद है कि मैं खेलों में इससे भी अच्छा प्रदर्शन करके स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहूंगा।’’ ग्लास्गो खेलों में 50 मीटर फ्री पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतने वाले राय अपने खिताब का बचाव करने के लिये प्रतिबद्ध हैं और इसके लिये शारीरिक और मानसिक तैयारियों पर भी जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बार थोड़ा अलग तरह से तैयारियां कर रहा हूं। मेरा ध्यान खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट बनाये रखने पर है। मेरे लिये एकाग्रता और लय बनाये रखना जरूरी है और इसके लिये आवश्यक है कि मैं मानसिक और शारीरिक तौर पर पूरी तरह से फिट रहूं।’’
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