ICC वोट में तेंदुलकर की 143 रन की पारी आंकी गयी सबसे सर्वश्रेष्ठ
आईसीसी मतदान में सचिन तेंदुलकर की 143 रन की पारी सर्वश्रेष्ठ आंकी गयी। आईसीसी ने मतदान के नतीजों को घोषित करते हुए ट्वीट किया, ‘‘यह बेहद करीबी मुकाबला रहा लेकिन आखिर में तेंदुलकर की शारजाह में खेली गयी 143 रन की अविस्मरणीय ‘डेजर्ट स्ट्रॉम’ पारी को उनकी सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ वनडे पारी आंका गया। ’’
दुबई। सचिन तेंदुलकर के 47वें जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में उनकी पारियों के लिये मतदान कराया जिसमें शारजाह में खेली गयी 143 रन की पारी को सर्वश्रेष्ठ आंका गया। तेंदुलकर ने 1998 में त्रिकोणीय श्रृंखला के 22 अप्रैल को खेले गये मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह पारी खेली थी। भारत मैच हार गया था लेकिन उनकी इस पारी के दम पर वह फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। तेंदुलकर ने अपने 25वें जन्मदिन पर खेले गये फाइनल में भी 134 रन बनाये और भारत को खिताब दिलाया था।
इसे भी पढ़ें: क्रिकेट प्रेमियों के लिये अच्छी खबर, शनिवार को इस जगह शुरू होगा मैच
तेंदुलकर ने अपनी 143 रन की पारी के दौरान 131 गेंदों का सामना किया तथा नौ चौके और पांच छक्के लगाये। इसे आज भी वनडे की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक गिना जाता है। उस दिन शारजाह में तूफान भी आया था और इसलिए तेंदुलकर की इस पारी को ‘डेजर्ट स्ट्रॉम’ के नाम से भी जाना जाता है। आईसीसी ने मतदान के नतीजों को घोषित करते हुए ट्वीट किया, ‘‘यह बेहद करीबी मुकाबला रहा लेकिन आखिर में तेंदुलकर की शारजाह में खेली गयी 143 रन की अविस्मरणीय ‘डेजर्ट स्ट्रॉम’ पारी को उनकी सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ वनडे पारी आंका गया। ’’ उस पारी के बारे में तब वर्तमान भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा था, ‘‘मैंने अपने जीवन में कभी इतनी बढ़िया पारी नहीं देखी।’’ लेकिन इस पारी को पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप 2003 में सेंचुरियन में खेली गयी 98 रन की पारी से कड़ी चुनौती मिली।
इसे भी पढ़ें: डिप्रेशन के दिनों मां पिताजी के साथ सोना चाहता था ये फुटबॉलर खिलाड़ी
तेंदुलकर ने 12 चौकों और एक छक्के की मदद से यह पारी खेली और सईद अनवर के शतक को बेकार करके भारत को जीत दिलायी थी। इन दोनों पारियों के अलावा आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2009 में हैदराबाद में खेली गयी 175 रन और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में नाबाद 200 रन भी उनकी शीर्ष चार पारियों में जगह बनाने में सफल रही। तेंदुलकर ग्वालियर में खेली गयी पारी से वनडे में दोहरा शतक जड़ने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे।
अन्य न्यूज़