भारतीय खिलाड़ियों के मेंटोर की भूमिका में होंगे विश्वनाथन आनंद, एशियाई खेलों में 12 साल बाद होगी शतरंज की वापसी
एशियाई खेलों से पहले भारतीय शतरंज विश्वनाथन आनंद खिलाड़ियों के मेंटोर होंगे।एआईसीएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ हमें उम्मीद है कि इन खेलों में चार स्वर्ण पदक जरूर जीतेंगे। इसके लिये महान खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर आनंद को अलग भूमिका में देखेंगे जो टीम के मेंटोर होंगे।
नयी दिल्ली। पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद चीन में होने वाले एशियाई खेलों से पहले भारतीय खिलाड़ियों के ‘मेंटोर’ की भूमिका में होंगे। एशियाई खेलों में 12 साल बाद शतरंज की वापसी हो रही है। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) को भारतीय खिलाड़ियों से 10 से 25 सितंबर के बीच होने वाले खेलों में काफी पदक जीतने की उम्मीद है। एआईसीएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ हमें उम्मीद है कि इन खेलों में चार स्वर्ण पदक जरूर जीतेंगे। इसके लिये महान खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर आनंद को अलग भूमिका में देखेंगे जो टीम के मेंटोर होंगे। उनके और खिलाड़ियों के बीच पहला सत्र अगले बृहस्पतिवार को होगा।’’ भारत ने 2010 ग्वांग्झू एशियाई खेलों में शतरंज में दो कांस्य पदक जीते थे।
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एआईसीएफ ने महिला और पुरूष टीमों के लिये अंतरराष्ट्रीय रेटिंग के आधार पर दस दस संभावित खिलाड़ियों का चयन किया है। पुरूष संभावित : विदित गुजराती, पी हरिकृष्णा, निहाल सरीन, एस एल नारायणन, के शशिकिरण, बी अधिबान, कार्तिकेयन मुरली, अर्जुन एरिगेसी, अभिजीत गुप्ता, सूर्यशेखर गांगुली महिला संभावित : कोनेरू हम्पी, डी हरिका, वैशाली आर, तानिया सचदेव, भक्ति कुलकर्णी, वंतिका अग्रवाल, मेरी अन गोम्स, सौम्या स्वामीनाथन, ऐशा करावाडे। अभिजीत कुंटे, दिब्येंदु बरूआ और दिनेश शर्मा की चयन समिति अप्रैल में पांच खिलाड़ियों का चयन करेगी। एशियाई खेलों की शतरंज स्पर्धा 11 सितंबर से शुरू होगी और दो प्रारूपों में खेली जायेगी। रैपिड टाइम कंट्रोल व्यक्तिगत मुकाबले 11 से 14 सितंबर तक और स्टैंडर्ड टाइम कंट्रोल टीम मुकाबले 16 से 24 सितंबर तक खेले जायेंगे।
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