“एलो” जी टक्कर देने आ गया वॉट्सअप को

वैसे तो चैटिंग एप्स की लिस्ट में कई नाम शामिल हैं जैसे वॉट्सअप, हाइक, स्काइप, हैंगआउट, आदि। लेकिन गूगल अब ले आया है एंड्रॉयड और आईओएस यूज़र्स के लिए गूगल एलो एप्प।

कुछ दिन पहले हमने विडियो चैटिंग एप्प डूओ के बारे में आपको बताया था और आपको ये भी बताया था कि गूगल जल्द ही चैटिंग एप्प एलो लॉन्च करने वाला है। तो गूगल की इस एप्प ने भारतीय मार्केट में एंट्री कर ली है। वैसे तो चैटिंग एप्स की लिस्ट में कई नाम शामिल हैं जैसे वॉट्सअप, हाइक, स्काइप, हैंगआउट, आदि। लेकिन गूगल अब ले आया है एंड्रॉयड और आईओएस यूज़र्स के लिए गूगल एलो एप्प। 

गूगल ने इस मैसेजिंग एप्प के लिए खास तौर पर गूगल-असिस्टेंट फीचर के साथ पेश किया है जो कि काफी स्मार्ट है। इसकी खास बात ये भी है कि चैट करते वक्त अगर आपको कुछ सर्च करना है तो वो भी आप इसी एप्प में कर सकते हैं। इस एलो एप्प को गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। 

इस चैटिंग एप्प में कई ऐसी खास बातें हैं जो इस और चैटिंग एप्स से बेहतर और अलग बनाती हैं। आइये जानते हैं एलो के फीचर्स के बारे में जो वॉट्सएप में भी मौजूद नहीं है- 

1. इनकॉग्निटो मोड:- ये फीचर्स आपके चैटिंग को सेक्योर करने के लिए डाला गया है। डिजिटल कम्यूनिकेशन के वक्त प्राइवेसी बहुत ज़रूरी है यही कारण है कि गूगल ने एलो में इनकॉग्निटो मोड पेश किया है। ये कंपनी के ओपन सिग्नल प्रोटोकॉल पर आधारित है और ये सेक्योर चैटिंग के लिए एड किया गया है। अगर किसी यूज़र्स को इनकॉग्निटो मोड पर कोई मैसेज मिलता है तो लॉक स्क्रीन पर कोई भी कंटेंट नहीं दिखेगा। मैसेज पूरी तरह सेक्योर रहेगा। हां, ये फीचर वॉट्सअप में मौजूद नहीं है।

2. गूगल असिस्टेंट:- गूगल के चैटिंग एप्प एलो में गूगल असिस्टेंट इंटिग्रेशन है। इससे आप के अंदर ही सर्च फंक्शनैलिटी मिल जाती है यानि अगर आपको कुछ सर्च करना है तो एप्प से बाहर आकर सर्च करने की ज़रूरत नहीं है। गूगल असिस्टेंट वेब से इन्फॉरमेशन सर्च करता है और साथ ही चैट में यू-ट्यूब विडियो को अनबैन्ड कर सकता है। चैट करने के दौरान ही यूज़र्स गूगल असिस्टेंट की मदद से दोस्तों को कॉल कर सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप @गूगल मूवी थिएटर नीयर बाय टाइप करते हैं तो आपको आस-पास के मूवी थिएटर की लिस्ट मिल जाएगी। और कंपनी का ये भी कहना है कि गूगल असिस्टेंट समय के साथ और भी बेहतर हो जाएगा। 

3. स्मार्ट रिप्लाय:- गूगल एलो में स्मार्ट रिप्लाय फीचर मौजूद है जो कि जी-मेल एप्प में भी नज़र आया था। ये आपको ऑटोमेटिक रिप्लाय सजेस्ट करता है, जिससे यूज़र्स के टाइम की बचत होती है। ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस्तेमाल करके टेक्सट पढ़ता है और यूज़र्स के रिप्लाय करने के पैटर्न पर भी नज़र रखता है। इस आधार पर ये यूज़र्स के लिए अच्छे सजेशन्स लेकर आता है। शुरुआत में ये बहुत ही बेसिक चीज़ें सजेस्ट करता है, मगर वक्त के साथ-साथ ये यूज़र्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मुहावरे को भी क्विक रिप्लाय में सजेस्ट करता है। ऐसे में अगर आप लोल या फिर हा हा हा टाइप करते हैं तो ये आपके कम्युनिकेशन स्टाइल के हिसाब से एडजेस्ट कर देगा। ये खास फीचर भी वॉट्सअप में मौजूद नहीं है। 

4. इमेज रेकग्निशन:- गूगल एलो में इमेज रेकग्निशन फीचर वाला सॉफ्टवेयर भी मौजूद है। ये ऐसा लाजवाब फीचर है जो कि कुत्ते और इंसान के बच्चे के बीच का फर्क समझ सकता है और सुझा सकता है कि इसका क्या जवाब देना चाहिए। 

5. जी-मेल अकाउंट सिंक:- गूगल एलो आपके फोन नंबर के इस्तेमाल से प्राइमरी आइडेंटिफिकेशन करता है, मगर आप अपने जी-मेल अकाउंट को भी इसके साथ सिंक कर सकते हैं। इससे आपको सभी अपडेट्स लगातार मिलते रहेंगे। उदाहरण के लिए अगर आपको फ्लाइट पकड़नी है या मूवी देखने जाना है तो ये आपको पहले ही नोटिफाइ कर देगा ताकि आप समय पर जा सकें। 

6. मैसेज ऑटो डिलीट टाइमर:- गूगल की इस चैटिंग एप्प में मौजूद ये फीचर काफी अच्छा है। इससे आप मैसेज के लिए टाइमर सेट कर सकते हैं। आप जैसे ही टाइमर सेट करेंगे तय वक्त के अंदर वो मैसेज डिलीट हो जाएगा। उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी भी मैसेज पर 7 सेकंड का टाइमर लगाते हो तो सामने वाला यूज़र जैसे ही मैसेज पढ़ेगा वो गायब हो जाएगा। ये फीचर मज़ेदार है परंतु वॉट्सअप जैसे अन्य चैटिंग एप्स में ये मौजूद नहीं है। 

7. बड़ा फॉंट साइज़:- हर सर्विस प्रोवाइडर चाहता है कि यूज़र्स एप्प पर बेहतर ढंग से बात या चैट कर सके। और इस बात का गूगल ने बेशक ध्यान रखा है। गूगल ने अपने एप्प में स्लाइडर बटन एड किया है “व्हिस्पर एंड शाउट”, इन दोनों बटन के ज़रिये आप टेक्सट फॉंट घटा या बढ़ा भी सकते हैं, जो कि काफी अच्छा फीचर है। 

- शैव्या शुक्ला

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