बिलासपुर की धरती पर बिखरा है गौरवशाली परम्पराओं और संस्कृति का खजाना

bilaspur
प्रीटी । Sep 10 2020 7:21PM

बिलासपुर की संस्कृति की झलक देखते ही बनती है। यहाँ राष्ट्रीय पर्वों को तो उत्साह के साथ मनाया ही जाता है साथ ही स्थानीय पर्वों जैसे- सुआ-नृत्य, भोजली, रावत-नाच, पोला इत्यादि भी ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े उत्साह के साथ मनाये जाते हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य भारत की गौरवशाली परम्पराओं, इतिहास और आदिवासी संस्कृति का खजाना है। यहाँ पर वैसे तो हर जिले में देखने के लिए बहुत कुछ है लेकिन आज बात करते हैं बिलासपुर की। नया रायपुर से 92 किलोमीटर उत्तर में स्थित बिलासपुर में ही राज्य का उच्च न्यायालय भी स्थित है। चाहे यहां के सुगंधित दूबराज चावल की बात हो या हथकरघा उद्योग की या फिर कोसे की साड़ियों की, यह सब देश-विदेश में खूब प्रसिद्ध है।

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इतिहास के पन्नों को पलटें तो उल्लेख मिलता है कि पूर्व में बिलासपुर, रतनपुर के कलचुरी राजवंश का भाग था। शहर का मूल रूप मराठा राजवंश के समय आया और मराठा राजवंश ने यहाँ कई किलों का भी निर्माण शुरू कराया था लेकिन वह कभी पूरा नहीं हो सका। ब्रिटिश सरकार की ईस्ट इंडिया कंपनी ने बिलासपुर का अधिग्रहण कर लिया। इम्पीरियल गज़ेटियर ऑफ़ इंडिया में उल्लेख मिलता है कि इस शहर का नाम 'बिलासपुर', सत्रहवीं शताब्दी की मत्स्य-महिला 'बिलासा' के नाम पर पड़ा। यह क्षेत्र लंबे समय तक मछुआरों की बस्ती भी रहा।

बिलासपुर की संस्कृति की झलक देखते ही बनती है। यहाँ राष्ट्रीय पर्वों को तो उत्साह के साथ मनाया ही जाता है साथ ही स्थानीय पर्वों जैसे- सुआ-नृत्य, भोजली, रावत-नाच, पोला इत्यादि भी ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े उत्साह के साथ मनाये जाते हैं। बिलासपुर के पर्यटन स्थलों की बात करें तो इनमें मल्हार, अमरकंटक-नर्मदा और सोन नदी का उद्गम, कानन-पेंडारी चिड़ियाघर, ताला गाँव-रूद्र शिव की प्रतिमा, सेतगंगा का श्रीरामजानकी मन्दिर, रतनपुर का महामाया मन्दिर, अय्यप्प मन्दिर, तिफरा पुल के पास, खुडिया एवं खूटाघाट बाँध, रतनपुर, रानी सती मन्दिर, मनोरंजन पार्क, अचानकमार वाइल्डलाइफ सेंचुरी एवं टाइगर रिज़र्व, चैत्तुरगढ, पाली, कोरबा, मरीमाई मंदिर भनवारटंक, नर्मदा धाम बेलपान, विजयपुर किला शामिल हैं।

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बिलासपुर शहर के भीतर दर्शनीय स्थानों की बात करें तो विवेकानंद उद्यान, दीनदयाल उद्यान, ऊर्जा-पार्क, स्मृति-वन, यातायात-पार्क (बिलासपुर-सीपत रोड के लगरा ग्राम में स्थित), बिलासा ताल, रामकृष्ण आश्रम (कोनी), अरपा रिवर व्यू, स्मृति वाटिका, काली मंदिर तिफरा, महामाया मन्दिर नगोई (नौगई) ग्राम पंचायत नगोई, वाटर पार्क (तिफरा) और वंडर वर्ल्ड शामिल हैं।

बिलासपुर में औद्योगिक ईकाइयाँ भी अच्छी संख्या में हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में बिलासपुर का देश में एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। बिलासपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों के विद्युत-गृहों से लगभग दस हजार मेगावाट से ज्यादा बिजली का उत्पादन होता है। यही नहीं कोयला उत्पादन में भी बिलासपुर संभाग के कोरबा का विशिष्ट स्थान है। बिलासपुर के औद्योगिक क्षेत्रों में तिफरा-सिरगिट्टी तथा सिलपहरी महत्त्वपूर्ण हैं। बिलासपुर में बड़े-बड़े शॉपिंग माल्स के अलावा कई मल्टीप्लेक्स भी हैं।

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बिलासपुर आना चाहें तो यह शहर भारत के लगभग सभी राज्यों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। इसके अलावा बिलासपुर से राज्य के लगभग सभी हिस्सों को जोड़ने के लिए बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं। बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा मुंबई तथा कोलकाता से जुडा हुआ है। बिलासपुर शहर से निकटतम हवाई अड्डा रायपुर स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा लगभग 131 किलोमीटर की दूरी पर है।

-प्रीटी

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