विश्व पर्यटन दिवस पर जानिये कुछ बेहद काम के ट्रैवल टिप्स

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सुषमा तिवारी । Sep 27 2018 5:17PM

अगर आपको ट्रैवल करना काफी पसंद है और कहीं जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो अगर कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो आपका सफर और खुशनुमा हो जाएगा। हमारे भारत में भी ऐसे कई राज्य हैं जहां पर अपने नियम-कायदे और रिवाज होते हैं।

अगर आपको ट्रैवल करना काफी पसंद है और कहीं जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो अगर कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो आपका सफर और खुशनुमा हो जाएगा। हमारे भारत में भी ऐसे कई राज्य हैं जहां पर अपने नियम-कायदे और रिवाज होते हैं। ऐसे ही अलग अलग देश हैं जहां के नियम कानून अलग हैं। और अगर आप घूमने के शौकिन हैं तो आपको इन बातों का भी ध्यान रखना होगा कि आप जहां जा रहे हैं वहां के क्या नियम हैं। और ये आपके सफर में बहुत काम आएंगे और आपको अपनी यात्रा के समय किसी की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसी तमाम छोटी-छोटी बातें हैं जिनका अगर आप ख्याल रखेंगे तो आप का सफर काफी आसान हो जाएगा तो आइये जानते हैं वे टिप्स जो आपकी यात्रा को बना सकते हैं दिलचस्प- 

किसी जगह की खूबसूरती को सही मायनो में देखना है तो वहां के लोकल होटल में ठहरें, इससे आप को जगह की पारंपरिक चीजों का पता चलेगा और वहां आस-पास के लोग जगह की वास्तविक चीजें बताएंगे। इससे आप जगह से ज्यादा वाकिफ हो पाएंगे, बल्कि स्थानीय लोगों से आपको बहुत मदद भी मिल जाएगी।

ऐसी कई जगह हैं जहां की वाइल्डलाइफ बहुत मशहूर होती है। ये वाइल्डलाइफ भारत में भी है और भारत से बाहर भी आप कहीं की भी यात्रा कर रहे हों लेकिन एक बात का जरूर ख्याल रखें कि वाइल्ड सफारी का लुत्फ उठाने के दौरान वन्यजीवों को परेशान न करें, जंगल में बेवजह शोर न मचाएं और न ही जीवों के साथ के साथ सेल्फी या फोटो लें इससे जानवर डर जाते हैं। और एक बात का खास ध्यान रखें कि कोई भी फूड खिलाना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। स्थानीय वाइल्डलाइफ और इसके आसपास के परिवेश का सम्मान करें।

किसी भी शहर को जानने और उसकी पारंपरिक चीजों को समझने के लिए आप वहां के स्थानीय बाजारों से खरीदारी कर सकते हैं इससे आपको वहां की संस्कृति, रहन-सहन को जानने का मौका मिलेगा।

अगर विदेशी सफर पर जा रहे हों तो स्थानीय भाषा की थोड़ी-बहुत जानकारी होना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। उत्तर भारत के लोग हिंदी अंग्रेजी जानते हैं लेकिन अगर आप दक्षिण भारत की यात्रा पर जा रहे हैं तो आपको भाषा की समस्या आ सकती है क्योंकि वहां पर हिंदी बहुत कम लोगों को आती है।

सफर पर जाने से पहले अपनी पैकिंग जरूर दुरूस्त कर लें और सामान पैक करते समय जरूरी और उपयोग में आने वाली चीजों की ही करें। सूटकेस में ऐसे कपड़े पैक करें जो उस देश या राज्य के माहौल, मौसम और संस्कृति के हिसाब से उपयुक्त हों।

सोच-समझकर तस्वीरें लें और स्थानीय समुदाय के प्रति सम्मान का भाव रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आपने स्थानीय लोगों की जो तस्वीरें ली हैं, उससे वे खुश और संतुष्ट हों।

-सुषमा तिवारी

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