पटनीटाप जब भी आएं गर्म कपड़े साथ अवश्य लाएं

प्रीटी । Feb 20 2017 1:59PM

स्कीइंग और पैराग्लाइंडिंग के साथ ही ट्रैकिंग करने की इच्छा रखने वाले भी पटनीटाप में अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं। पटनीटाप की समुद्रतल से ऊंचाई श्रीनगर से भी अधिक है।

जम्मू से 108 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रमणीक स्थल पटनीटाप प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है। इस पर्यटन स्थल तक पहुंचने के लिए जम्मू से यात्री बस और टैक्सी का प्रयोग किया जा सकता है। जम्मू से पटनीटाप की यात्रा साढ़े तीन घंटे की है। उधमपुर जिले में आने वाले इस पर्यटन स्थल में वर्ष भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। सर्दियों में पर्यटक यहां आकर स्कीइंग का आनंद भी उठाते हैं। यहां एक सप्ताह में स्कीइंग सिखाने का प्रबंध अब जम्मू−कश्मीर पर्यटन विकास निगम की ओर से किया जाता है। इसके अतिरिक्त पटनीटाप में अक्टूबर में पैराग्लाइडिंग का भी आनंद लिया जा सकता है। पटनीटाप से जुड़े नत्थाटाप और सनासर क्षेत्र पैराग्लाइडिंग के लिए विकसित किए गए हैं।

स्कीइंग और पैराग्लाइंडिंग के साथ ही ट्रैकिंग करने की इच्छा रखने वाले भी पटनीटाप में अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं। पटनीटाप की समुद्रतल से ऊंचाई श्रीनगर से भी अधिक है। यहां की धुंध और कोहरे के बीच सुबह की सैर का अपना अलग ही आनंद है। पटनीटाप की सैर पर आने वाले पर्यटकों को अपने साथ गरम कपड़ों का इंतजाम करके आना चाहिए फिर चाहे वह गर्मियों में ही क्यों न आएं।

आप जैसे ही पेड़ों से ढकी सड़कों पर से पटनीटाप के इलाके में घुसेंगे, बर्फीली हवाएं बदन को छूने लगेंगी, लंबे−लंबे चीड़ और देवदार के पेड़, जिनसे बर्फ के फाहे हवा के झोंकों के साथ नीचे गिरते हुए यों लगेंगे जैसे बर्फ की बरसात हो रही हो। इन सबसे आप मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रहेंगे। इस रमणीक स्थल पटनीटाप में आने वालों की भीड़ देख कर यह आभास होता है कि आखिर तो कुछ खास इसमें है जो विश्व भर के पर्यटक यहां आकर्षित होते हैं। इस पर्यटन स्थल को और खूबसूरत बनाने के लिए पटनीटाप विकास प्राधिकरण का गठन भी किया गया है जो सिर्फ पटनीटाप का ही नहीं बल्कि उसके आसपास के रमणीक और धार्मिक स्थलों, सुद्ध महादेव, मानताई, चिनैनी, सनासर आदि का विकास करने में लगा हुआ है।

पटनीटाप में दिन का प्रत्येक पहर अपने आप में रोमांचकारी होता है जिसका आनंद सैलानी अपने−अपने तरीके से उठाते हैं। यहां पर ठहरने के लिए कई निजी होटलों सहित राज्य पर्यटन विभाग और पर्यटन विकास निगम के कई बंगले और हट आदि भी हैं।

प्रीटी

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