जगन्नाथ मंदिर के भीतर पान, तंबाकू और गुटखा पर प्रतिबंध
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मंदिर के द्वारों पर तैनात गार्ड श्रद्धालुओं तथा मंदिर के कर्मियों की तलाशी लेंगे ताकि वे प्रतिबंधित सामग्री परिसर के अंदर नहीं ले जा सकें।
भुवनेश्वर। ओडिशा के पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर में अब एक अगस्त यानी बृहस्पतिवार से पान, गुटखा और तंबाकू पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और इसका उल्लंघन करनेवालों पर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। मंदिर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इस बारे में फैसला श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) की एक बैठक के दौरान सोमवार को लिया गया। इसका मकसद 12वीं शताब्दी में बने इस मंदिर को साफ-सुथरा रखना है। नया नियम एक अगस्त से प्रभावी होगा।
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एसजेटीए के मुख्य प्रशासक पी के महापात्र ने बताया, ‘‘अगर कोई श्रद्धालु या मंदिर का कर्मचारी गुटखा, तंबाकू चबाते या पान खाते मिलेगा तो उनके मंदिर परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा और उन पर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि एसजेटीए मंदिर के आस-पास बोर्ड लगाएगा और इस नए नियम के बारेमें लोगों के बीच जागरूकता फैलाएगा।
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एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मंदिर के द्वारों पर तैनात गार्ड श्रद्धालुओं तथा मंदिर के कर्मियों की तलाशी लेंगे ताकि वे प्रतिबंधित सामग्री परिसर के अंदर नहीं ले जा सकें। यह प्रसिद्ध मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। इसका निर्माण गंग वंश के शासक अनंतवर्मन चोडगंग ने 12वीं शताब्दी में कराया था।
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