कराची में फतह मिलने की खुशी में मनाया जाता है Indian Navy Day

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हेमा पंत । Dec 4 2018 2:34PM

दुनिया की शीर्ष दस नौसेना में से एक हमारी भारतीय नौसेना है और इसका स्थान सातवें नंबर पर आता है। भारतीय नौसेना के पास 67,000 कर्मचारी है और 295 नौसेना विमान है।

नई दिल्ली। दुनिया की शीर्ष दस नौसेना में से एक हमारी भारतीय नौसेना है और इसका स्थान सातवें नंबर पर आता है। भारतीय नौसेना के पास 67,000 कर्मचारी है और 295 नौसेना विमान है और नौसेना दक्षिण एशिया में सबसे शाक्तिशाली और प्रभावशाली सेना के रूप में जाती है। हर साल 4 दिंसबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और जाबाज़ी के सम्मान में मनाया जाता है।

आखिर क्यों मनाया जाता है भारतीय नौसेना दिवस

बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने 3 दिसंबर, 1971 को हमारे हवाई क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र में हमला किया था। जिसके बाद जबावी कार्रवाई करते हुए 1971 के युद्ध की शुरुआत की थी और भारत ने पाकिस्तान को नाको-चने चबाते हुए ऑपरेशन 'ट्राईडेंट' चलाया। 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राईडेंट के तहत कराची नौसेना पर हमला बोल दिया। इस युद्ध में पहली बार एंटी शिप मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। युद्ध के दौरान पाकिस्तान के कई जहाज तबाह हो गए थे। इसके अलावा कराची तेल डिपो को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया था। यह तेल के डिपो करीबन 7 दिन तक जलते रहे और इसकी आग की लपटो को कई किलोमीटर की दूरी से देखा जा सकता था।

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इस युद्ध में तीन भारतीय नौसेना आईएस निरघाट, आईएनएस वीर और आईएनएस निपत पनडुब्बी की मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। यह ऑपरेशन एस. एम नन्दा के नेतृत्व में चलाया गया था और इस टास्क की जिम्मेदारी कमांडर बबरु भान यादव को दी गयी थी। 90 मिनट चलने के बाद आखिरकार यह युद्ध समाप्त हुआ था। जब यह युद्ध खत्म हुआ तब भारतीय नौसेना अधिकारी विजय जेरथ ने एक संदेश भेजा। जिसमें कहा गया था कि फॉर पीजन्स हैप्पी इन द नेस्ट, रीज्वाइनिंग। यहीं है 4 दिसंबर 1971 की पूरा दांस्ता...

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नौसेना का इतिहास

17वीं शताब्दी में आधुनिक भारतीय नौसेना की नींव रखी गयी थी। ईस्ट इडिंया कपंनी ने एक समुद्री सेना के रुप में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की थी। इसके बाद 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्थापना की गयी। साल 1950 में जब भारत गणतंत्र बना था तो इसी दिन भारतीय नौसेना ने अपने नाम से रॉयल हटा दिया था। इसके बाद सेना का नाम भारतीय नौसेना रखा गया। 

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