UNGA में मतदान का जिक्र कर ब्रितानी एंकर ने कहा- ब्रिटेन से भारत-पाक को नहीं मिलनी चाहिए एक पैसे की मदद, भारतीयों ने दिखाई औकात

Alastair Stewart

हमारी प्राचीन संस्कृति की लूट और शोषण के लिए क्या क्षतिपूर्ति के तौर पर ब्रिटेन 45 ट्रिलियन पौंड लौटाएगा। सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने लिखा- कोहिनूर के साथ सालों तक भारत से जो दौलत ब्रिटेन लूट के ले गया है, उसे कब लौट आ रहा है।

रूस का यूक्रेन पर हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ जो प्रस्ताव पेश किया गया उस प्रस्ताव से भारत का कन्नी काटना पश्चिम के देशों को खास करके अंग्रेजों को काफी नागावार गुजरा है। भारत और पाकिस्तान सहित 25 देशों ने प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया। इसी को लेकर जाने-माने न्यूज़ प्रेजेंटेर एलेस्टेयर स्टीवर्ट (Alashtair Stewart) ने खासतौर से भारत-पाकिस्तान पर निशाना साधा। इतना ही नहीं उन्हें ब्रिटेन से सहायता के तौर पर आगे से एक पाई देने से मना करने की अपील की। उनके ट्वीट करते ही भारतीयों ने ब्रिटेन की औकात याद दिला दी। ब्रिटेन के लूटपाट के इतिहास को याद दिलाते हुए उन्हें नसीहत न देने की बात कही।

बुधवार को रूस की निंदा करने वाला प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में लाया गया था। इस प्रस्ताव पर 141 देशों ने यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया था। भारत पाकिस्तान और चीन समेत 35 देशों ने इस मतदान से दूरी बनाई थी। 5 देशों ने रूस का खुलकर समर्थन किया था। इसी को लेकर जीबी न्यूज़ के प्रेजेंटर एलेस्टेयर स्टीवर्ट ने एक ट्वीट किया। उन्होंने वोटिंग वाले चार्ट को शेयर करते हुए लिखा, इसका अनुमान लगाया जा सकता था। लेकिन भारत और पाकिस्तान को शर्म से सर झुका लेना चाहिए। अब से ब्रिटेन से इन्हें पैसे की मदद नहीं मिलनी चाहिए।

उनके यह लिखते ही प्रतिक्रियाओं की सुनामी आ गई। पद्म पुरस्कार विजेता डॉ संजीव बगई ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि आश्चर्य है कि यह एक ऐसा देश (ब्रिटेन) जिसने 200 साल तक भारतीयों को लूटा, उन्हें धोखा दिया जिसका साम्राज्यवाद का काला इतिहास है वह दूसरों को सीख दे। पहले अपने स्कूल के करिकुलम में इन बातों को पढ़ाएं। भारत का सिर ऊंचा है और हमेशा ऊंचा रहेगा।

एक यूजर ने लिखा कि भारत वही देश है जहां से चुराए दुनिया भर की सबसे महंगे हीरे को दिखाने में तुम्हारी महारानी गर्व महसूस करती है। वहीं, देवी प्रसाद नाम के एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा हमें ब्रिटेन से एक पैसे की मदद नहीं मिलती है। हम एक बड़ी अर्थव्यवस्था है। याद है क्या? हमें अपना सिर ऊंचा रखने के लिए आप की अनुमति की जरूरत नहीं है। हमने ऐसा करने का अधिकार खुद पाया है। हमारी प्राचीन संस्कृति की लूट और शोषण के लिए क्या क्षतिपूर्ति के तौर पर ब्रिटेन 45 ट्रिलियन पौंड लौटाएगा। सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने लिखा- कोहिनूर के साथ सालों तक भारत से जो दौलत ब्रिटेन लूट के ले गया है, उसे कब लौट आ रहा है।

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