Brahmaputra Valley Film Festival | जुबिन गर्ग की 'अधूरी भावना' को सलाम, ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल 2026 तक स्थगित

Zubeen Garg
ANI
रेनू तिवारी । Oct 17 2025 1:28PM

जुबिन गर्ग के निधन के शोक में ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल (BVFF) को 2026 तक स्थगित कर दिया गया है। असम के प्रतिष्ठित गायक और सांस्कृतिक हस्ती गर्ग के योगदान को स्वीकारते हुए आयोजकों ने महोत्सव को एक श्रद्धांजलि के रूप में स्थगित करने का निर्णय लिया है, जो असमिया संस्कृति के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाता है। यह कदम क्षेत्र के कला परिदृश्य पर गर्ग के अमिट प्रभाव और रचनात्मक समुदाय के लिए चिंतन के महत्व को रेखांकित करता है।

ब्रह्मपुत्र घाटी फिल्म महोत्सव (बीवीएफएफ), जो पहले 4-7 दिसंबर, 2025 के लिए निर्धारित था, अब 2026 तक स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय असम के प्रतिष्ठित गायक और सांस्कृतिक हस्ती जुबीन गर्ग के निधन के शोक में लिया गया है, जिनका सितंबर में निधन हो गया था। आयोजकों ने असमिया कला और संस्कृति में गर्ग के योगदान के महत्व को रेखांकित करते हुए स्थगन की घोषणा की। यह महोत्सव, जो इस क्षेत्र के रचनात्मक कैलेंडर का एक केंद्रीय आयोजन है, सभी प्रस्तुतियों के लिए धनवापसी की प्रक्रिया करेगा।

जुबिन गर्ग के सम्मान में असम में  ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल  स्थगित 

ब्रह्मपुत्र वैली फिल्म फेस्टिवल (बीवीएफएफ) के 10वें संस्करण को स्थगित कर दिया गया है क्योंकि गायक जुबिन गर्ग के निधन पर असम शोक मना रहा है। आयोजकों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। यह फेस्टिवल चार से सात दिसंबर के बीच आयोजित होने वाला था अब इसका आयोजन 2026 में किया जाएगा। फेस्टिवल की निदेशक तनुश्री हजारिका ने कहा कि गर्ग का निधन सिर्फ असम के लिए ही क्षति नहीं है बल्कि हर उस व्यक्ति की क्षति है, जिसने उनकी कला के माध्यम से अपनी लय और पहचान पाई।

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उन्होंने कहा, जुबिन गर्ग एक संगीतकार, फिल्म निर्माता और मानवतावादी थे, जिनकी आवाज और दृष्टि ने पीढ़ियों को परिभाषित किया। वह सिर्फ एक कलाकार नहीं थे, वह एक भावना थे, जिसने पूर्वोत्तर और उससे बाहर के लोगों को एकजुट किया। उन्होंने कहा, इस भूमि और इसके लोगों से जुड़े एक फेस्टिवल के रूप में जब हमारी संस्कृति का हृदय शोक में डूबा हो तो जश्न मनाना उचित नहीं लगता।

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इस वर्ष, हम उन्हें याद करने, चिंतन करने और उनके सम्मान में रुकते हैं। हजारिका ने कहा कि यह निर्णय फेस्टिवल के आंतरिक हितधारकों, सलाहकारों और कोर टीम के साथ सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श व चर्चा के बाद लिया गया, जिनमें से सभी जुबिन को खोने के दुख को साझा करते हैं।

फेस्टिवल की क्रिएटिव डायरेक्टर पल्लवी चुमकी बरुआ ने कहा, हम अपने फिल्म निर्माताओं, साझेदारों और दर्शकों के प्रति उनकी समझ और बीवीएफएफ के प्रति निरंतर समर्थन के लिए बहुत आभारी हैं, जो रचनात्मकता, समुदाय और हमें एक साथ लाने वाली कहानियों का जश्न मनाता है। महोत्सव के तकनीकी निदेशक समुज्जल कश्यप ने कहा कि बीवीएफएफ का 10वां संस्करण एक मील का पत्थर साबित होगा, लेकिन अभी यह चिंतन का समय है।

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