पुराने गाने को लेकर नया बनाने का चलन ठीक नहीं: जावेद अख्तर

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[email protected] । Apr 5 2019 10:09AM

उन्होंने कहा कि यह चलन बुनियादी ईमानदारी के खिलाफ है। अख्तर ने कहा, ‘‘आजकल यह चलन आम हो गया है कि लोग पुरानी फिल्म से किसी गीत के अधिकार खरीद लेते हैं।

मुंबई। गीतकार जावेद अख्तर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म के निर्माताओं ने उनके पुराने गाने का इस्तेमाल किया और फिल्म के पोस्टर में उनका नाम डाला जबकि उन्होंने गाने के रीमेक संस्करण में काम भी नहीं किया, जो अनुचित है। अख्तर ने 22 मार्च को ट्विटर पर लिखा था कि उन्होंने विवेक ओबेरॉय अभिनीत ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ के लिए कोई गीत नहीं लिखा है और पोस्टर पर अपना नाम देखकर वह चौंक गये।

उन्होंने कहा कि यह चलन बुनियादी ईमानदारी के खिलाफ है। अख्तर ने कहा, ‘‘आजकल यह चलन आम हो गया है कि लोग पुरानी फिल्म से किसी गीत के अधिकार खरीद लेते हैं। वे उसे फिर से रिकॉर्ड करते हैं। यह ठीक नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि मोदी पर आधारित फिल्म के निर्माताओं ने दीपा मेहता की ‘1947: अर्थ’ में उनके लिखे गीत ‘ईश्वर अल्ला’ के अधिकार टी-सीरीज से खरीदकर उसे फिर से रिकॉर्ड किया।

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उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने फिल्म के गीत लेखक के तौर पर पोस्टर में मेरा नाम लिख दिया। मैंने कभी फिल्म के लिए गीत नहीं लिखा। तो पोस्टर पर मेरा नाम क्यों? अगर आप मेरा आभार जताना चाहते हैं या मुझे सम्मान देना चाहते हैं तो मुझे बताइए कि ए आर रहमान का नाम क्यों नहीं दिया? यह सब चलन परंपराओं के खिलाफ है। बुनियादी ईमानदारी रहनी चाहिए। उनका यह दर्शाने का कोई इरादा नहीं था कि मैं फिल्म का गीतकार हूं।’’

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