अब महिमा चौधरी ने सुभाष घई द्वारा हुयी ज़्यादती को लेकर बयां किया अपना दर्द

Mahima Subhash

महिमा चौधरी का फ़िल्मी कॅरियर साल 1997 में शुरू हुआ था. उन्होंने शाहरुख़ जैसे दिग्गज अभिनेता के साथ फिल्म 'परदेस' में डेब्यू किया था और वह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी।

इन दिनों बॉलीवुड का हाल बड़ा बेहाल है। हर दिन ऐसी-ऐसी खबर सुनने मिलती हैं मानो पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री ही विवादों में डूब चुकी हो। इन विवादों से कोई एक-आधा ही बचा हो तो हो वरना आधी से ज्यादा इंडस्ट्री तो वैसे ही सुशांत मामले में उलझी हुयी है। और जो बचे कुचे थे, उनका भी नंबर अब एक-एक कर आने लगा है। यूँ लग रहा कि लोगों के पापों का घड़ा भर चुका है और साल 2020 सबका हिसाब करने आया है।

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बॉलीवुड में चल रहे नेपोटिस्म और भीतरी-बाहरी के विवाद पर तो वैसे ही लोग गरमाये हुए हैं और यही वजह है कि कई लोग स्टार किड्स का बहिष्कार करने को लेकर आंदोलन भी चला रहे हैं। ऐसे में अपने बल पर इंडस्ट्री में काम करने वाला हर अभिनेता अब खुल कर अपने साथ हुए भेदभाव के बारे में बताने लगा है। और अब, महिमा चौधरी ने भी इंडस्ट्री में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर कुछ खुलासे किये।

फिल्म इंडस्ट्री में हो रहे इस भेदभाव से अभिनेत्री महिमा चौधरी भी बच नहीं पायी। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने भी मौके की नज़ाकत को देखते हुए अपने साथ हुई कुछ घटनाओं के बारे में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे इंडस्ट्री के शो मैन सुभाष घई के चलते उन्हें हर जगह से काम मिलना बंद हो गया था।

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महिमा चौधरी का फ़िल्मी कॅरियर साल 1997 में शुरू हुआ था. उन्होंने शाहरुख़ जैसे दिग्गज अभिनेता के साथ फिल्म 'परदेस' में डेब्यू किया था और वह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी। महिमा को उस फिल्म में अपनी अदाकारी के लिए कई सारे पुरस्कार भी मिले थे। जाहिर है उनमें हुनर की तो कोई कमी नहीं थी। फिर भी उनका फ़िल्मी कॅरियर जल्द ही समाप्त हो गया, आखिर क्यों?

एक इंटरव्यू में महिमा ने इस बारे में खुलासा करते हुए बताया कि 'अगर आप 1998 और 1999 की एक ट्रेड मैगजीन देखेंगे तो आपको उसमें विज्ञापन दिखेगा। उसमें लिखा था कि अगर कोई भी मेरे साथ काम करना चाहता है तो उसे पहले सुभाष घई से बात करनी होगी। नहीं तो यह कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन होगा। जबकि मेरा उनके साथ ऐसा कोई भी कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ था।'

महिमा ने आगे बताते हुए कहा कि 'निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने मुझे 'सत्या' के लिए साइन किया था। वह मेरी दूसरी फिल्म होनेवाली थी लेकिन शूटिंग शुरू होने के दो दिन पहले ही उन्होंने मुझे उस फिल्म से बाहर निकाल दिया और उन्होंने इतना भी जरुरी नहीं समझा कि मुझे या मेरे मैनेजर को इस बात की जानकारी दे दें। इतना ही नहीं, मुझे उस फिल्म की साइनिंग अमाउंट भी मिल चुकी थी। मुझे मीडिया से पता चला कि उस फिल्म की शूटिंग मेरे बिना ही शुरू हो गई है। उससे पहले मैं कुछ इंटरव्यू में बता चुकी थी कि मैं वह फिल्म करने वाली हूं लेकिन मेरी जगह उर्मिला मातोंडकर को ले लिया गया।' 

महिमा ने बताया कि ‘उस दौरान मेरी मदद सिर्फ सलमान खान, संजय दत्त, डेविड धवन और राजकुमार संतोषी ने ही की। डेविड धवन ने मुझे फ़ोन कर कहा था कि “ऐसी धमकियों से डरो मत और उन्हें खुद पर हावी मत होने दो.” सिर्फ यही चार लोग थे जो मेरे साथ उस वक़्त खड़े रहे।

- श्वेता उपाध्याय

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