प्याज के दाम टूटने के बीच निर्यात लाभ देने की घोषणा
प्याज के दाम में भारी गिरावट पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार ने इसके निर्यात को बढ़ावा देने के लिये प्याज निर्यात पर शुल्क लाभ देने का फैसला किया है।
प्याज के दाम में भारी गिरावट पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार ने इसके निर्यात को बढ़ावा देने के लिये प्याज निर्यात पर शुल्क लाभ देने का फैसला किया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्ट्र की लासलगांव में प्याज का दाम गिरकर 6 रुपये किलो पर आ गया, जो एक साल पहले 48.50 रुपये किलो था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि ताजा तथा गोदाम में रखे दोनों तरह के प्याज के निर्यात पर शुल्क लाभ 31 दिसंबर तक मिलेगा।
सीतारमण ने ट्वीट किया कि वाणिज्य मंत्रालय ताजा तथा भंडार वाले प्याज के निर्यात को प्रोत्साहन के लिए पांच प्रतिशत का एमईआईएस (भारत से वस्तुओं के निर्यात की योजना) उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आगे कहा, ‘‘करीब तीन से साढ़े तीन लाख टन प्याज निर्यात की उम्मीद है। ऐसी उम्मीद है कि देश से और प्याज का निर्यात किया जा सकेगा।’’ भारत से वस्तुओं के निर्यात की योजना के तहत सरकार दो प्रतिशत, 3 और पांच प्रतिशत तक निर्यात शुल्क लाभ उपलब्ध कराती है। यह देश और उत्पाद पर निर्भर करता है। देश में 2014-15 में जहां 189 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था वहीं 2015-16 में उत्पादन बढ़कर 202 लाख टन पर पहुंच गया। इससे दाम तेजी से नीचे आ गये। महाराष्ट्र के नासिक में दाम इस कदर गिर गये कि एक किसान ने दावा किया कि उसे एक किलो प्याज के लिये मात्र पांच पैसे की पेशकश की गई।
अन्य न्यूज़